वॉशिंगटन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अन्तर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय आशाओं के बीच विश्वास जताया कि इज़राइल और हमास के बीच हुए संघर्षविराम समझौते को मजबूत रखा जाएगा। उनका कहना था कि लोग “युद्ध से थक चुके हैं।”
एयर फ़ोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए ट्रम्प ने कहा, “युद्ध खत्म हो गया है … मुझे लगता है कि यह टिकेगा। इसके टिकने की कई वजहें हैं। लेकिन मुझे लगता है कि लोग इससे थक चुके हैं — यह सदियों की लड़ाई रही है।”
उड़ान भरने से पहले राष्ट्रपति ने अपनी यात्रा को “बहुत खास समय” बताया और कहा, “यह एक ऐसा पल है जिसमें हम सभी उत्साहित हैं … यह ऐसा समय है, जब सभी एक साथ खुश हैं। आम तौर पर अगर एक खुश होता है, तो दूसरा विपरीत भाव दर्शाता है, लेकिन इस बार सब एक सुर में हैं।”
उनका यह भी कहना था, “यह पहली बार है कि हर कोई चकित और रोमांचित है — और इस कार्यक्रम में शामिल होना सम्मान की बात है।”
व्हाइट हाउस कार्यक्रम के अनुसार ट्रम्प, स्थानीय समयानुसार सोमवार की सुबह तेल अवीव पहुंचेंगे। वहाँ उनका कार्यक्रम बहुत सघन है — पहले बंदूकधारकों के परिवारों से मुलाक़ात, फिर इज़राइली संसद (Knesset) को संबोधन।
यह उनकी इज़राइल की पहली यात्रा है, जिसे उन्होंने संघर्षविराम समझौते की घोषणा के बाद की है। यह यात्रा ग़ाज़ा शांति योजना के पहले चरण को लागू करने के साथ मेल खाती है, जो हमास के निरस्त्रीकरण सहित 21 बिंदुओं पर आधारित है।
इज़राइल से उनकी मुलाक़ातों के पश्चात वह मिस्र जाएँगे, जहाँ शान्ति समारोह होगा। ट्रम्प ने पहले घोषणा की थी कि मिस्र की यात्रा संघर्षविराम समझौते की औपचारिक स्वीकृति के लिए होगी, हालांकि अभी तक समझौते की विस्तृत जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।
कार्यक्रम के अनुसार, ट्रम्प इज़राइल में सात घंटे से भी कम समय बिताएंगे और फिर मिस्र की ओर रवाना होंगे। वहाँ लगभग तीन घंटे रुकने के बाद वे वॉशिंगटन लौटेंगे।
इस यात्रा का राजनीतिक महत्व बहुत अधिक है — क्योंकि यह मध्य पूर्व कूटनीति में ट्रम्प की नई भूमिका को दर्शाती है। उनका इज़राइल में संसद को संबोधित करना इस बात का संकेत है कि अमेरिका इस समय जेरूसलम के साथ अपने साझेदारी संबंधों को उजागर करना चाहता है।
बंधकों के परिवारों से होने वाली मुलाक़ात, जो अनाम प्रेस कार्यक्रम होगी, इस दौरे की सबसे संवेदनशील घटनाओं में से एक मानी जा रही है। राष्ट्रपति मंगलवार की मध्यरात्रि तक व्हाइट हाउस लौटेंगे।
यह दौरा इस साल ट्रम्प की खाड़ी देशों की यात्राओं के बाद मध्य-पूर्व में उनकी सबसे ताज़ा कूटनीति पहल है। इसकी समय-सीमा ऐसी रखी गई है कि युद्ध-विराम एवं शांति प्रक्रिया की अगली दिशा जल्द तय हो सके।