नई दिल्ली
यूरोपीय संघ (ईयू) ने रूस की सेना से कथित संबंधों के आरोप में गुरुवार को 45 संस्थाओं पर नए प्रतिबंध लगाए हैं। इन संस्थाओं में भारत की तीन कंपनियां भी शामिल हैं।
ईयू ने यह कार्रवाई अपने 19वें प्रतिबंध पैकेज के तहत की है, जो यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद उस पर आर्थिक दबाव बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। हालांकि, इस कदम पर भारत की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
यूरोपीय परिषद द्वारा जारी बयान के अनुसार, जिन संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाए गए हैं, वे रूस के सैन्य और औद्योगिक ढांचे को “प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग” प्रदान कर रही थीं। बताया गया कि ये कंपनियां कंप्यूटर न्यूमेरिकल कंट्रोल (CNC) मशीन टूल्स, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स, मानवरहित हवाई वाहन (UAV) और अन्य उन्नत प्रौद्योगिकी उपकरणों के निर्यात प्रतिबंधों को दरकिनार करने में रूस की सहायता कर रही थीं।
ईयू के अनुसार, इन 45 संस्थाओं में से 17 रूस के बाहर स्थित हैं — जिनमें से 12 चीन में (जिसमें हांगकांग भी शामिल है), तीन भारत में और दो थाईलैंड में हैं।
ईयू द्वारा प्रतिबंधित तीन भारतीय कंपनियों के नाम हैं —
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एयरोट्रस्ट एविएशन प्राइवेट लिमिटेड,
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एसेंड एविएशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, और
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श्री एंटरप्राइजेज।
इन कंपनियों पर आरोप है कि उन्होंने रूस को उन्नत तकनीकी वस्तुओं और उपकरणों की आपूर्ति में अप्रत्यक्ष भूमिका निभाई। यूरोपीय संघ का कहना है कि यह कदम रूस की युद्ध क्षमता को कमजोर करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण प्रयास है।






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