काहिरा
मिस्र के राष्ट्रपति ने ‘अरब स्प्रिंग’ आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले प्रमुख कार्यकर्ता अला अब्द अल-फत्तह को क्षमादान प्रदान किया है। अधिकारियों ने सोमवार को इसकी जानकारी दी।
राष्ट्रपति कार्यालय द्वारा जारी बयान में बताया गया कि अला अब्द अल-फत्तह के अलावा पांच अन्य कैदियों को भी क्षमादान मिला है। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि ये कैदी कब रिहा किए जाएंगे।
अल-फत्तह के वकील खालिद अली ने कहा कि जैसे ही यह निर्णय देश के आधिकारिक राजपत्र में प्रकाशित होगा, उन्हें रिहा कर दिया जाएगा। वकील के अनुसार उम्मीद है कि अगले दो दिनों के भीतर यह फैसला राजपत्र में प्रकाशित हो जाएगा।
अला अब्द अल-फत्तह कई वर्षों से जेल में बंद थे। वे 2011 के ‘अरब स्प्रिंग’ आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शामिल थे और जेल में रहते हुए कई बार भूख हड़ताल भी कर चुके हैं। उनकी यह लड़ाई मिस्र में लोकतंत्र के क्षरण और नागरिक स्वतंत्रता की चुनौतियों का प्रतीक बन गई थी।
उन्हें पहली बार 2014 में अनधिकृत विरोध प्रदर्शन में भाग लेने और कथित तौर पर एक पुलिस अधिकारी पर हमला करने के आरोप में जेल भेजा गया था। 2019 की शुरुआत में वे रिहा हुए, लेकिन सितंबर 2019 में सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद फिर से गिरफ्तार कर लिया गया।
इस क्षमादान से उम्मीद जताई जा रही है कि मिस्र में राजनीतिक कैदियों के प्रति अधिक मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की दिशा में यह एक सकारात्मक संकेत होगा। अला अब्द अल-फत्तह की रिहाई को देश और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।