न्यूयॉर्क
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है कि भारत अमेरिका के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण साझेदारी है। उन्होंने भारत के साथ द्विपक्षीय मुद्दों जैसे व्यापार, रक्षा और ऊर्जा में निरंतर सहयोग की सराहना भी की। रूबियो ने यह बातें संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सप्ताह के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर से सोमवार को न्यूयॉर्क में मुलाकात के दौरान कही।
अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी बयानों के अनुसार, रूबियो ने कहा, “भारत अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण संबंध है। हम व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, फार्मास्यूटिकल्स, महत्वपूर्ण खनिज और अन्य द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े मामलों में भारत सरकार की निरंतर भागीदारी की सराहना करते हैं।” उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत एक साथ मिलकर स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को बढ़ावा देंगे, जिसमें क्वाड भी शामिल है।
जयशंकर ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि रूबियो से मिलकर अच्छा लगा। उन्होंने बताया कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर बातचीत की और प्रमुख क्षेत्रों में निरंतर संवाद के महत्व पर सहमति व्यक्त की।
इस मुलाकात में व्यापार, ऊर्जा, फार्मास्यूटिकल्स और महत्वपूर्ण खनिज सहित अन्य क्षेत्रीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा हुई, जो दोनों देशों की समृद्धि बढ़ाने में सहायक हैं। यह पहली बार था जब पिछले कुछ महीनों में तनाव के बावजूद रूबियो और जयशंकर आमने-सामने मिले।
पिछले कुछ समय में भारत और अमेरिका के बीच व्यापार, शुल्क और रूस से ऊर्जा खरीद के मुद्दों को लेकर विवाद बढ़ा था। ट्रम्प प्रशासन ने भारत पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क लगाया था, जिससे कुल अमेरिकी आयात शुल्क 50 प्रतिशत तक पहुँच गया।
मुलाकात के दिन ही भारत और अमेरिका ने व्यापार समझौते के शीघ्र निष्कर्ष पर चर्चा की। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की अगुवाई में भारतीय प्रतिनिधिमंडल न्यूयॉर्क में अमेरिका के साथ बैठक कर रहा था। दोनों देशों ने अक्टूबर-नवंबर 2025 तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते की पहली किश्त को पूरा करने की उम्मीद जताई है, जिसका लक्ष्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 191 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर करना है।
इसके अलावा, जयशंकर ने यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों और अमेरिकी दूत और दक्षिण-एशिया विशेष दूत सर्जियो गोर से भी मुलाकात की। उन्होंने बहुपक्षीय मुद्दों, भारत-ईयू साझेदारी, यूक्रेन संघर्ष, गाजा संकट, ऊर्जा और व्यापार पर विचार-विमर्श किया।
जयशंकर ने न्यूयॉर्क पहुंचकर पहले फिलीपींस की विदेश मंत्री थेरेसा पी. लजारो से द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें भारत और फिलीपींस के बीच रणनीतिक साझेदारी और संयुक्त राष्ट्र व इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा हुई।
जयशंकर इस सप्ताह उच्च स्तरीय यूएनजीए सत्र के दौरान कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकों में हिस्सा लेंगे और 27 सितंबर को महासभा में राष्ट्रीय बयान प्रस्तुत करेंगे।