दिल्ली
फ़्रांस ने फ़िलिस्तीन को एक स्वतंत्र राज्य के रूप में आधिकारिक मान्यता दे दी है। यह ऐतिहासिक कदम ऐसे समय पर उठाया गया है जब गाज़ा में इज़रायली हमले तेज़ हो रहे हैं। इस मान्यता से फ़िलिस्तीनी आंदोलन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नया बल मिला है।
अंतरराष्ट्रीय मान्यता में बड़ा कदम
अल जज़ीरा के अनुसार, फ़्रांस फ़िलिस्तीन को मान्यता देने वाला नवीनतम देश बन गया है। बीबीसी रिपोर्ट के मुताबिक, यह घोषणा सोमवार (22 सितंबर) को न्यूयॉर्क में होने वाली संयुक्त राष्ट्र महासभा की वार्षिक बैठक से ठीक पहले की गई।
गाज़ा में 37 फ़िलिस्तीनियों की मौत
इसी बीच, गाज़ा पर इज़रायली हमलों का सिलसिला जारी है। सोमवार को हुए हवाई हमलों में कम से कम 37 फ़िलिस्तीनी मारे गए, जिनमें से 30 गाज़ा शहर के निवासी बताए जा रहे हैं।
मैक्रों का दो-राज्य समाधान पर ज़ोर
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक वीडियो संदेश में कहा कि फ्रांस की एकमात्र मांग मध्य पूर्व में दो-राज्य समाधान का शांतिपूर्ण कार्यान्वयन है। अमेरिकी मीडिया ‘सीबीएस न्यूज़’ से बातचीत में उन्होंने दोहराया—“फ्रांस चाहता है कि दो राज्य साथ-साथ मौजूद हों: एक इज़रायल, जो फ़िलिस्तीन को मान्यता दे और दूसरा फ़िलिस्तीन, जो इज़रायल को मान्यता दे।”
वैश्विक सम्मेलन की मेज़बानी
संयोग से, फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना को लेकर एक वैश्विक सम्मेलन भी आज (सोमवार) से न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल में शुरू हुआ है, जिसकी मेज़बानी फ़्रांस और सऊदी अरब कर रहे हैं।
पहले से मान्यता देने वाले देश
इससे पहले अंडोरा, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, लक्ज़मबर्ग, माल्टा, मोनाको, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा और सैन मैरिनो जैसे कई देश फ़िलिस्तीन को स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता दे चुके हैं।