नई दिल्ली
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है. क्लेरिवेट (वेब ऑफ़ साइंस) द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित इंडिया रिसर्च एक्सीलेंस - साइटेशन्स अवार्ड्स 2025 में जेएमआई और इसके संकाय सदस्य डॉ. खालिद रज़ा को दोहरी मान्यता दी गई. यह सम्मान न केवल जेएमआई के अनुसंधान उत्कृष्टता के स्तर को उजागर करता है, बल्कि भारत में विज्ञान और तकनीकी अनुसंधान में विश्वविद्यालय की अग्रणी भूमिका को भी रेखांकित करता है.
व्यक्तिगत श्रेणी में, जेएमआई के कंप्यूटर विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. खालिद रज़ा को उनके बहुआयामी और इंटरडिसिप्लिनरी शोध योगदान के लिए सम्मानित किया गया. डॉ. रज़ा की रिसर्च आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कम्प्यूटेशनल बायोलॉजी, ड्रग डिस्कवरी और एआई-संचालित बायोमेडिकल अनुसंधान के क्षेत्रों में गहरी छाप छोड़ रही है.
उनके शोध ने मशीन लर्निंग और बायोइन्फॉर्मेटिक्स के संयोजन को नई दिशा दी है, जिससे जीनोमिक्स, आनुवंशिकी और हेल्थकेयर के क्षेत्र में महत्वपूर्ण नई अंतर्दृष्टियाँ प्राप्त हुई हैं. उनकी इस रिसर्च उत्कृष्टता ने वैश्विक स्तर पर भारत की वैज्ञानिक प्रतिष्ठा को भी मजबूत किया है.
संस्थागत श्रेणी में, जामिया मिल्लिया इस्लामिया को प्राकृतिक विज्ञान में रिसर्च एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया. यह मान्यता जेएमआई के संकाय और शोधकर्ताओं द्वारा प्राकृतिक विज्ञान के क्षेत्र में किए गए उत्कृष्ट अनुसंधान योगदान की सराहना है. इसके साथ ही यह विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर नवाचार, खोज और वैज्ञानिक अन्वेषण के केंद्र के रूप में भूमिका को उजागर करती है.
जेएमआई के कुलपति प्रो. मज़हर आसिफ ने इस उपलब्धि पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “प्राकृतिक विज्ञान में अनुसंधान उत्कृष्टता के लिए जेएमआई को क्लेरिवेट द्वारा मान्यता मिलना और हमारे प्रतिष्ठित संकाय सदस्य डॉ. खालिद रज़ा को व्यक्तिगत श्रेणी में पुरस्कार मिलना हमारे विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत गर्व का विषय है. यह हमारी शोध क्षमताओं और नवाचार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।”
जामिया के रजिस्ट्रार प्रो. मुहम्मद मेहताब आलम रिज़वी ने कहा, “यह उपलब्धि हमारे सभी शोधकर्ताओं के समर्पण, रचनात्मकता और कड़ी मेहनत का प्रमाण है. डॉ. खालिद रज़ा की व्यक्तिगत मान्यता हमारे संकाय की उत्कृष्टता को दर्शाती है, जबकि संस्थागत पुरस्कार हमारे विज्ञान संकाय के सामूहिक प्रयासों का सम्मान है.”
क्लेरिवेट (वेब ऑफ़ साइंस) द्वारा आयोजित इंडिया रिसर्च एक्सीलेंस - साइटेशन्स अवार्ड्स हर दो साल में प्रदान किए जाते हैं और यह भारत भर में अनुसंधान में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थानों को मान्यता देता है.
पुरस्कार चयन प्रक्रिया में मात्रात्मक ग्रंथसूची विश्लेषण, अत्यधिक उद्धृत शोधपत्र, वेब ऑफ साइंस कोर कलेक्शन, इनसाइट्स बेंचमार्किंग और गुणात्मक समीक्षा जैसे मानदंडों का उपयोग किया जाता है. 2025 के अवार्ड्स में 2019 से 2024 तक प्रकाशित शोध कार्यों को कवर किया गया है.
इस वर्ष का संस्करण इन पुरस्कारों की 10वीं वर्षगांठ का प्रतीक है. इस वर्ष देश भर के नौ व्यक्तियों और ग्यारह संस्थानों को उनके अनुसंधान और नवाचार में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया. जेएमआई की यह दोहरी मान्यता इसे भारत के अग्रणी अनुसंधान विश्वविद्यालयों में एक महत्वपूर्ण स्थान प्रदान करती है और विश्वविद्यालय की वैश्विक सहयोग, खोज और नवाचार को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को और मजबूत करती है।
इस उपलब्धि ने जेएमआई को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक समुदाय में भी विशेष पहचान दिलाई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि विश्वविद्यालय अपने संकाय और शोधकर्ताओं के माध्यम से वैश्विक विज्ञान मानकों पर लगातार खरा उतर रहा है.