Talks between Netanyahu and Putin on Iran, offer of mediation amid rising regional tensions
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ईरान के परमाणु कार्यक्रम और पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अहम बातचीत हुई है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस वार्ता की पुष्टि करते हुए कहा कि दोनों नेताओं के बीच ईरान के मुद्दे पर चर्चा हुई.
इज़राइल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया, “प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। यह बातचीत ईरान के मुद्दे पर केंद्रित रही.
सीरिया में हिंसा और ईरान पर तनाव के बीच बातचीत
The Times of Israel के अनुसार, बातचीत में पश्चिम एशिया में हो रहे व्यापक घटनाक्रमों, विशेषकर ईरान के परमाणु कार्यक्रम और सीरिया में हालिया सांप्रदायिक हिंसा पर चर्चा हुई.
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने बातचीत के दौरान सीरिया की एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता बनाए रखने पर बल दिया। यह बयान उस समय आया है जब इस महीने की शुरुआत में इज़राइल ने सीरिया के स्वेइदा और दमिश्क में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए थे। ये हमले वहां के ड्रूज़ बहुल क्षेत्रों में हिंसा के जवाब में किए गए थे.
13 जुलाई को शुरू हुई हिंसा में ड्रूज़ लड़ाकों और सुन्नी बदूइन जनजातियों के बीच झड़पें हुईं। Syrian Observatory for Human Rights के मुताबिक, सीरियाई सेना द्वारा बदूइन समुदाय का पक्ष लिए जाने पर हिंसा और भड़क गई. इस संघर्ष में 1,400 से अधिक लोगों की मौत हुई, जिनमें से ज्यादातर ड्रूज़ थे। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया कि 250 से अधिक ड्रूज़ नागरिकों को सरकार समर्थित बलों द्वारा बिना मुकदमे के मार डाला गया.
ईरान परमाणु मुद्दे पर मध्यस्थता को तैयार रूस
रूस ने ईरान के परमाणु मुद्दे पर फिर से वार्ता की पेशकश की है, जिसे पिछले महीने इज़राइल द्वारा ईरानी सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमलों के बाद रोक दिया गया था। इन हमलों से 12 दिन लंबा युद्ध छिड़ गया था.
हालांकि रूस ईरान का रणनीतिक सहयोगी है और यूक्रेन युद्ध के चलते दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग बढ़ा है, फिर भी उसने हाल के अमेरिकी और इज़राइली हमलों के दौरान तेहरान का सार्वजनिक समर्थन नहीं किया.
The Times of Israel ने यह भी बताया कि जून में रूस के उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने संकेत दिया था कि मास्को अमेरिका-ईरान परमाणु गतिरोध को कम करने के लिए फिर से मध्यस्थता में भूमिका निभा सकता है. उन्होंने ईरान के समृद्ध यूरेनियम को असैन्य रिएक्टर ईंधन में बदलने की पेशकश भी की थी।
ड्रामा के पीछे कूटनीति की खामोशी
इस बीच, इज़राइली मीडिया ने बताया कि इज़राइल ने इस महीने की शुरुआत में रूस के साथ "शांत कूटनीतिक संपर्क" शुरू किया ताकि ईरान और सीरिया से जुड़े तनाव को कम किया जा सके. हालांकि नेतन्याहू कार्यालय की ओर से इस कॉल का विस्तृत ब्योरा अब तक सार्वजनिक नहीं किया गया है.