नई दिल्ली
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के मलेशिया पहुंचते ही उनके खिलाफ विरोध की लहर उठ खड़ी हुई। रविवार (26 अक्टूबर) को जब ट्रम्प आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने कुआलालंपुर पहुंचे, तो सैकड़ों फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए और उनके खिलाफ जोरदार नारेबाज़ी की।
इज़राइल समर्थन को लेकर विरोध
प्रदर्शनकारियों ने गाजा युद्ध में इज़राइल का समर्थन करने के लिए ट्रम्प की कड़ी आलोचना की। वे कुआलालंपुर के इंडिपेंडेंस स्क्वायर (स्वतंत्रता चौक) और अम्पांग पार्क में एकत्र हुए और “फ्री फिलिस्तीन” तथा “ट्रम्प मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाए।
ट्रम्प मलेशिया में आयोजित 47वें आसियान शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे थे, जहां उनका औपचारिक और शाही स्वागत किया गया। सम्मेलन से पहले उन्होंने कंबोडिया और थाईलैंड के बीच युद्धविराम समझौते तथा कई व्यापारिक सौदों की घोषणा की।
सैकड़ों लोगों ने जताई नाराज़गी
तीखी धूप के बावजूद सैकड़ों लोग स्वतंत्रता चौक पर इकट्ठा हुए और फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किया। कई प्रदर्शनकारी बैनर और झंडे लेकर “गाज़ा के साथ एकजुटता” का संदेश दे रहे थे।
प्रदर्शन में शामिल अस्मा हनीम महमूद नाम की एक महिला ने बताया कि वह 300 किलोमीटर दूर से केवल इस विरोध में भाग लेने आई हैं। उन्होंने अल जज़ीरा से कहा,“जिस किसी में ज़मीर है, वह जानता है कि ट्रम्प इस नरसंहार में शामिल हैं। अगर उनका समर्थन न होता, तो इज़राइल गाज़ा में इतने निर्दोष लोगों और बच्चों की जान नहीं ले पाता।”
‘अमेरिकी उपनिवेशवाद के खिलाफ एकजुटता’
मलेशियाई सोशलिस्ट पार्टी के नेता चो चोन काई ने कहा कि यह आंदोलन अमेरिकी नीतियों और उपनिवेशवादी रवैये के खिलाफ एकजुटता का प्रतीक है।उन्होंने कहा,“यह सिर्फ़ फिलिस्तीन के समर्थन का नहीं, बल्कि पूरे विश्व के उन लोगों के साथ एकजुटता का प्रतीक है जो अमेरिकी उपनिवेशवाद के शिकार रहे हैं,”
स्रोत: अल जज़ीरा






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