काठमांडू (नेपाल)
नेपाल में चल रही अशांति के बीच एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (Nepal Civil Aviation Authority) ने बुधवार को घोषणा की कि काठमांडू का त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (TIA) आज से फिर से खोल दिया जाएगा। देश में प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण उड़ानों का संचालन निलंबित कर दिया गया था, जिसे अब हटा लिया गया है।
प्राधिकरण ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "आज हुई त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा सुरक्षा समिति की बैठक के निर्णय के अनुसार, प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण निलंबित की गई उड़ानों को अब बहाल किया जा रहा है।" बयान में यात्रियों से अपनी-अपनी एयरलाइन कंपनियों से उड़ान की जानकारी लेने और यात्रा के दौरान अपने आधिकारिक टिकट और पहचान पत्र साथ रखने का आग्रह किया गया है।
देशभर में सेना की कार्रवाई जारी, 27 गिरफ्तार
हवाई अड्डे को फिर से खोलने का फैसला राजधानी में चल रहे सुरक्षा उपायों के बीच लिया गया है। द हिमालयन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, नेपाली सेना ने देशभर में 'जेनरेशन ज़ेड' के नेतृत्व में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के दौरान लूटपाट, आगजनी और अन्य हिंसक कृत्यों में शामिल 27 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारियाँ मंगलवार रात 10 बजे से बुधवार सुबह 10 बजे के बीच की गईं।
सेना ने देश भर में सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है ताकि जारी प्रदर्शनों को नियंत्रित किया जा सके। विरोध प्रदर्शनों के दौरान लगाई गई आग को बुझाने के लिए तीन दमकल गाड़ियों को भी तैनात किया गया है।
प्रमुख स्थानों पर तोड़फोड़, राजनेताओं के घर भी निशाने पर
हाल के दिनों में, नेपाल की राजधानी में कई प्रमुख स्थानों को निशाना बनाया गया है। काठमांडू के हिल्टन होटल को प्रदर्शनकारियों ने जला दिया, जबकि राष्ट्रपति भवन 'शीतल निवास' में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई। पूर्व प्रधानमंत्री झलनाथ खनाल के घर को भी आग के हवाले कर दिया गया, जिसमें उनकी पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार गंभीर रूप से झुलस गईं और इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। कांतिपुर मीडिया ग्रुप के मुख्यालय से भी अभी तक धुआँ उठता देखा जा रहा है, जिसे मंगलवार को हिंसक प्रदर्शनों के दौरान जला दिया गया था।
हिंसक प्रदर्शनों के बाद, प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। ये विरोध प्रदर्शन 8 सितंबर को शुरू हुए थे, जब सरकार ने कर राजस्व और साइबर सुरक्षा का हवाला देते हुए प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगा दिया था।
सेना का बयान और सुरक्षा उपाय
नेपाली सेना ने एक बयान जारी कर प्रदर्शनकारियों से संयम बरतने का आग्रह किया है। सेना ने कहा है कि कुछ अराजक तत्वों ने आंदोलन में घुसपैठ कर आपराधिक गतिविधियाँ की हैं, जिनमें लूटपाट, आगजनी, हिंसक हमले और दुष्कर्म के प्रयास भी शामिल हैं।
सेना के अनुसार, राजधानी के गौशाला-चाबहिल-बौधा कॉरिडोर में संदिग्धों से 3.37 मिलियन नेपाली रुपये नकद बरामद किए गए हैं। इसके अलावा, सुरक्षा बलों ने 31 आग्नेयास्त्र, मैगजीन और गोला-बारूद भी जब्त किए हैं।
सेना ने यह भी बताया है कि हाल की झड़पों में घायल हुए 23 नेपाल पुलिस अधिकारियों और तीन नागरिकों का सैन्य अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
हिंसक प्रदर्शनों के बाद, सेना ने बुधवार शाम 5 बजे तक निषेधाज्ञा लागू रखने और गुरुवार सुबह 6 बजे से देशभर में कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है।