आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी संरचना परिषद (आरएटीएस) की 44वीं बैठक 10 सितंबर, 2025 को किर्गिज़ गणराज्य के चोलपोन अता में आयोजित की गई, जिसमें पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की गई.
ऐसा करते हुए, आरएटीएस एससीओ की परिषद ने 01 सितंबर, 2025 को चीन के तियानजिन में आयोजित एससीओ काउंसिल ऑफ हेड्स ऑफ स्टेट (सीएचएस) की बैठक के दौरान हस्ताक्षरित तियानजिन घोषणा में पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा के बयान का समर्थन किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में तियानजिन बैठक में भाग लिया था.
यह आरएटीएस परिषद बैठक किर्गिज़ गणराज्य की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी.
भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व डिप्टी एनएसए टीवी रविचंद्रन ने किया। रविचंद्रन ने आरएटीएस एससीओ परिषद की बैठक में अपने भाषण में अक्षम्य पहलगाम आतंकवादी हमले के प्रायोजकों, आयोजकों और वित्तपोषकों को जवाबदेह ठहराने की अपील की.
डीवाईएनएसए ने यह भी कहा कि हमें दोहरे मापदंड त्यागने होंगे तथा सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद से लड़ने का संकल्प लेना होगा.