आवाज द वाॅयस /इस्लामाबाद
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा ने सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में धूल झोंकने के लिए नया पैंतरा आजमाया है. इसने अंतरराष्ट्रीय संगठनों की कार्रवाई से बचने के लिए अपना नाम बदल लिया है. अब नए नाम की आड़े में ये आतंकवादी गतिविधियां अंजाम देने में लगे हैं.
वरिष्ठ खुफिया सूत्रों के मुताबिक, लश्कर-ए-तैयबा अब अल-बराक नाम से आतंकियों को ट्रेनिंग देने से लेकर स्लीपर सेल बनाने तक काम कर रहा है. साथ ही अपनी सभी गतिविधियों को एक ही नाम से प्रचारित कर रहा है. इसे पाकिस्तान की आईएसआई से खुलकर मदद मिल रही है.
वरिष्ठ खुफिया सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान के इलाके और वहां सक्रिय जैश-ए-मोहम्मद का नाम बदलकर उमर मुजाहिदीन कर दिया गया है. ताकि ये पाकिस्तानी आतंकी इसी छद्म नाम से अपने मंसूबों को अंजाम दे सकें.
पाकिस्तान की आईएसआई अब इसी नाम के नए जिहादियों को ट्रेनिंग सेंटरों में आतंकी हरकतों को अंजाम देने की ट्रेनिंग दे रही है. भारत समेत कई अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों को मामले की अहम जानकारी मिली है.