मॉस्को
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि यदि रूस के अधिकारों और सुरक्षा चिंताओं का सम्मान किया जाए, तो यूक्रेन के बाद वह किसी अन्य देश के खिलाफ युद्ध नहीं करेगा। उन्होंने यूरोप के अन्य देशों पर हमले की कथित योजनाओं को पूरी तरह “बकवास” करार दिया।
शुक्रवार (19 दिसंबर) को साल के अंत में आयोजित अपनी वार्षिक ब्रीफिंग के दौरान बीबीसी के एक पत्रकार के सवाल का जवाब देते हुए पुतिन ने कहा कि रूस का उद्देश्य टकराव बढ़ाना नहीं है। उनसे पूछा गया था कि क्या यूक्रेन के बाद रूस किसी अन्य क्षेत्र में भी “विशेष सैन्य अभियान” चलाने की योजना बना रहा है।
इस पर पुतिन ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “अगर आप हमारा सम्मान करते हैं, तो आगे कोई अभियान नहीं होगा। यदि आप भी हमें उसी तरह सम्मान दें, जैसा सम्मान हम देने की कोशिश कर रहे हैं, तो किसी और सैन्य कार्रवाई की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी।”
उन्होंने यह भी दोहराया कि रूस यूरोप के खिलाफ युद्ध की योजना नहीं बना रहा है। हालांकि, पुतिन ने यह भी जोड़ा कि यदि रूस की सुरक्षा को खतरा होता है, तो देश अपनी रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है।
रूसी राष्ट्रपति ने नाटो के विस्तार का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यदि यूरोप नाटो के पूर्वी विस्तार को लेकर रूस के साथ “धोखा” नहीं करता, तो टकराव की स्थिति पैदा ही नहीं होगी। उनके अनुसार, रूस की मूल चिंता उसकी सीमाओं की सुरक्षा और सामरिक संतुलन से जुड़ी है।
पुतिन के इस बयान को ऐसे समय में अहम माना जा रहा है, जब यूक्रेन युद्ध को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव बना हुआ है और रूस की मंशा को लेकर पश्चिमी देशों में आशंकाएँ व्यक्त की जा रही हैं।
स्रोत: बीबीसी






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