चिलास. आतंकवादी समूह मुजाहिदीन-ए-गिलगित-बाल्टिस्तान द्वारा जारी एक वीडियो में, यह संगठन चिलास क्षेत्र में हुए बस हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार करता हुआ दिखाई दिया है.
संगठन के उपाध्यक्ष हबीबुर रहमान ने कहा, ‘‘मैं चिलास की दर्दनाक घटना की निंदा करता हूं. मुजाहिदीन-ए-गिलगित-बाल्टिस्तान इस कृत्य में अपनी भूमिका से इनकार करता है. संगठन मुसलमानों के जीवन, संपत्ति और सम्मान की रक्षा करना अपना कर्तव्य मानता है. हम शांति चाहते हैं.’’
वीडियो में अत्याधुनिक हथियारों के साथ दो लोग भी दिखाई दे रहे हैं, जो गिलगित बाल्टिस्तान में आतंकवादियों की भारी उपस्थिति का संकेत देता है. हबीबुर रहमान 2013 के नंगा पर्वत नरसंहार का आरोपी है, जिसमें 10 विदेशी विदेशी पर्यटकों समेत 11 लोग मारे गए थे.
पिछले साल अक्टूबर में, हबीबुर रहमान और उसके साथियों ने कथित तौर पर जेल में बंद अपने साथियों की रिहाई के लिए अधिकारियों पर दबाव बनाने के लिए डायमेर के चिलास के थाक गांव में सड़क को अवरुद्ध कर दिया था.
2 दिसंबर को दो सैनिकों सहित कम से कम 10 लोग मारे गए और 21 यात्री घायल हो गए, जब पास की पहाड़ियों से रावलपिंडी जा रही एक बस पर अज्ञात आतंकवादियों ने हमला कर दिया, जिससे एक वाहन एक माल ट्रक से टकरा गया.
घटना के बाद गिलगित बाल्टिस्तान में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. स्कर्दू, चिलास और गिलगित में महिलाओं और बच्चों ने सड़कें अवरुद्ध कर दीं और आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफलता के लिए सरकार और सुरक्षा एजेंसियों को दोषी ठहराया.
चिलास खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के करीब गिलगित-बाल्टिस्तान के पहाड़ी इलाके में स्थित है. हाल के वर्षों में, इस क्षेत्र में हमलों में वृद्धि हुई है, जिनमें से कुछ के लिए पाकिस्तानी तालिबान को जिम्मेदार ठहराया गया है, जिसे तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) भी कहा जाता है.