लाहौर. 2013 में कोट लखपत जेल में भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह की नृशंस हत्या के आरोपियों में से एक आरोपी, अज्ञात मोटरसाइकिल चालक द्वारा गोली चलाने के बाद गंभीर रूप से घायल हो गया था. लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में हुए इस हमले में आमिर तांबा गंभीर रूप से घायल हो गए.
पाकिस्तान स्थित समा टीवी के अनुसार, पुलिस ने कहा कि तांबा को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया और बल घटना स्थल पर पहुंच गए. पुलिस ने हमलावरों की तलाश के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी है.
सरबजीत सिंह पंजाब के भिखीविंड शहर के एक किसान थे, जो भारत-पाकिस्तान सीमा के पास रहते थे और नशे में होने के कारण गलती से सीमा पार कर गए थे. हालांकि, उन्हें 1991 में पाकिस्तानी अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी.
सिंह को 22 साल तक लाहौर की कोट लखपत जेल में रखा गया और उसके बाद उनके कैदियों ने उनकी पिटाई की और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. 2013 में जेल परिसर में उन पर हुए हमले के बाद सिर में गंभीर चोटों के कारण पांच दिनों तक कोमा में रहने के बाद सिंह को लाहौर के जिन्ना अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था.
समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2018 में, लाहौर जिला और सत्र न्यायालय ने सरबजीत सिंह की कैद के मामले में तांबा और सह-आरोपी मुदस्सर को सभी आरोपों से बरी कर दिया. अदालत ने तांबा और मुदस्सर को बरी करने का कारण सबूतों की कमी बताया.