आवाज द वाॅयस/ नई दिल्ली
मई 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले भीषण संघर्ष में दोनों देशों ने एक-दूसरे पर हमले के लिए लड़ाकू विमानों और मिसाइलों का इस्तेमाल किया। इस दौरान पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसके वायुसेना पायलटों ने छह भारतीय लड़ाकू विमान मार गिराए।
दो महीने बाद, शनिवार (9 अगस्त) को भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने बयान दिया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सैनिकों ने छह पाकिस्तानी विमानों को गिराया था, जिनमें पांच लड़ाकू विमान और एक सैन्य परिवहन विमान शामिल था।
इस पर पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय दावे को “हास्यास्पद” बताया और इसे साबित करने की खुली चुनौती दी।
एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट में ख्वाजा आसिफ ने लिखा—“भारतीय वायुसेना प्रमुख का हालिया दावा न केवल अविश्वसनीय है, बल्कि इसके समय पर भी सवाल उठते हैं। यह हास्यास्पद है कि भारतीय राजनीतिक विफलताओं का ठीकरा अब सैन्य अधिकारियों के सिर फोड़ा जा रहा है।”
उन्होंने कहा कि भारत ने संघर्ष के तीन महीनों में ऐसा कोई दावा नहीं किया, जबकि पाकिस्तान ने उसी समय अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के सामने अपनी उपलब्धियों के सबूत पेश किए थे।
आसिफ के अनुसार, भारत ने संघर्ष में कई लड़ाकू विमान, जिनमें राफेल जैसे आधुनिक विमान भी शामिल हैं, खो दिए। वहीं, पाकिस्तान को किसी भी विमान का नुकसान नहीं हुआ। इसके बजाय, पाकिस्तान ने—
छह भारतीय लड़ाकू विमान गिराए
एस-400 रक्षा प्रणाली की एक बैटरी नष्ट की
कई ड्रोन मार गिराए
कई भारतीय हवाई ठिकानों को निष्क्रिय किया
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने भारत को प्रस्ताव दिया कि दोनों देश निष्पक्ष जांचकर्ताओं को अपने-अपने विमानों की सूची दें ताकि सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने कहा—
“हमें पूरा विश्वास है कि भारत इसके लिए तैयार नहीं होगा, क्योंकि इससे वह सच सामने आ जाएगा जिसे वे छिपा रहे हैं। युद्ध झूठ से नहीं, बल्कि नैतिक बल और पेशेवर रवैये से जीते जाते हैं।”
आसिफ ने आगे कहा कि पाकिस्तान के ऑपरेशन बन्यानुम मार्सस ने यह साबित कर दिया है कि उसकी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता पर किसी भी हमले का तुरंत और निर्णायक जवाब दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि दक्षिण एशिया में शांति से खिलवाड़ करने वाले “अंधे राजनेता” ही किसी भी टकराव की जिम्मेदारी उठाएंगे।