आवाज द वाॅयस /काठमांडू
नेपाल के पर्वतीय मस्टैंग जिले में दुर्घटनाग्रस्त तारा एयरलाइंस के विमान के मलबे से बचाव दल ने सोमवार को 14शवों को बाहर निकाला. इस हवाई जहाज में चार भारतीयों समेत 22लोग सवार थे. एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई.
नेपाल सेना ने सोमवार को कहा कि रविवार सुबह दुर्घटनाग्रस्त हुए यात्री विमान के मलबे के टुकड़े उत्तर पश्चिमी नेपाल के मस्टैंग जिले के थसांग के सानो स्वरे भीर में 14,500फीट की ऊंचाई पर पाए गए.खोज और बचाव दल ने विमान दुर्घटना स्थल का भौतिक रूप से पता लगाया है. विवरण का इंतजार किया जा रहा है. नेपाल सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल नारायण सिलवाल ने ट्विटर पर विमान के मलबे की एक तस्वीर ट्वीट की है.
उन्होंने कहा कि एक पुलिस निरीक्षक और एक गाइड लेफ्टिनेंट मंगल श्रेष्ठ पहले ही घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं.“विभिन्न एजेंसियों के अन्य बचाव दल के सदस्य छोटे हेलीकॉप्टरों का उपयोग करके साइट तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. साइट तक पहुंचने के हर संभव साधन पर विचार किया जा रहा है.
द काठमांडू पोस्ट अखबार ने बताया कि बचावकर्मियों ने दुर्घटनास्थल से 14शव निकाले और अन्य के अवशेषों को निकालने के लिए इलाके की छानबीन की जा रही है.एयरलाइन ने यात्रियों की सूची जारी की, जिसमें चार भारतीयों की पहचान अशोक कुमार त्रिपाठी, उनकी पत्नी वैभवी बांदेकर (त्रिपाठी) और उनके बच्चों धनुष और रितिका के रूप में हुई. परिवार मुंबई के पास ठाणे शहर में स्थित था.