King Charles' special message: International Yoga Day in Britain a special occasion
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने इस साल के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को "विशेष" करार देते हुए बताया कि राजा चार्ल्स तृतीय ने इस अवसर पर एक खास संदेश साझा किया है, जिसने इस वर्ष के योग दिवस को और भी यादगार बना दिया है.
लंदन के द स्ट्रैंड में भारतीय उच्चायोग द्वारा आयोजित 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी, योग प्रेमी और भारत के मित्र शामिल हुए। इस बार की थीम थी – "Yoga for One Earth, One Health", यानी एक धरती और एक स्वास्थ्य के लिए योग. राजा चार्ल्स का संदेश कार्यक्रम के दौरान दोराईस्वामी ने बताया कि, "इस वर्ष पहली बार, मेरी जानकारी में, महामहिम राजा ने योग दिवस पर एक विशेष संदेश दिया है. यह एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक क्षण है. राजा चार्ल्स के संदेश में कहा गया: "इस वर्ष की थीम – ‘One Earth One Health’ – हमें यह याद दिलाती है कि एक खुशहाल और स्वस्थ भविष्य के लिए विश्व को एकजुट होना कितना जरूरी है. ब्रिटेन में योग की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है और लाखों लोग इसके लाभ उठा रहे हैं। मैं इस अवसर पर सभी को शुभकामनाएं देता हूं. कार्यक्रम में सांस्कृतिक समागम योग सत्र के अलावा कार्यक्रम में भारतीय शास्त्रीय नृत्य, संगीत और ध्यान की प्रस्तुतियां भी हुईं, जो भारत की सांस्कृतिक विरासत और योग के गहरे संबंध को दर्शाती हैं. प्रतिभागियों ने खुले आसमान के नीचे योग किया और ‘एकता और स्वास्थ्य’ के संदेश को आत्मसात किया.
प्रतिभागियों की प्रतिक्रियाएं ब्रहमकुमारी संगठन से जुड़ी एक प्रतिभागी ने कहा, "मैं हर साल इस योग कार्यक्रम में आती हूं. मैं ‘राजयोग’ का अभ्यास करती हूं जो मन की एकाग्रता और आत्म-नियंत्रण सिखाता है. योग से मेरे विचार शुद्ध रहते हैं, और मैं प्रेम और सकारात्मक ऊर्जा फैलाती हूं." योग साधक डॉ. जयन बुध्दुदेव ने बताया कि उन्होंने 8 वर्ष की उम्र से योग शुरू किया और यह उनके जीवन का अहम हिस्सा है. उन्होंने कहा: "योग और ध्यान आत्मा को प्रकृति से जोड़ते हैं और शरीर तथा मन को स्वस्थ रखते हैं. योग की प्रेरणा पीएम मोदी से मिली और आज यहां आकर गर्व महसूस हो रहा है." "हमने दो महीने से इसकी तैयारी की थी. यह एक सांस्कृतिक संगम रहा जहां हमने मिलकर योग किया और यह एहसास हुआ कि बाहर से हम अलग हो सकते हैं, लेकिन भीतर से हम सब एक हैं.
ज्ञात हो कि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2014 में भारत के प्रस्ताव पर 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया था. उस समय रिकॉर्ड 175 देशों ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया था। यह दिन साल का सबसे लंबा दिन भी होता है, जिसे विभिन्न संस्कृतियों में विशेष महत्व दिया जाता है. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, योग शरीर को मजबूत बनाता है, मन को शांत करता है और सतत जीवनशैली की ओर प्रेरित करता है. यह व्यक्तिगत कल्याण और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के बीच गहरा संबंध बनाता है. इस वर्ष का योग दिवस इस बात का प्रतीक है कि योग अब केवल भारत तक सीमित नहीं, बल्कि यह एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है, जिसमें स्वास्थ्य, एकता और आत्मिक शांति का संदेश निहित है. राजा चार्ल्स का संदेश इस वैश्विक आंदोलन को एक नया आयाम देता है.