इज़राइल-ईरान युद्ध का एक सप्ताह पूरा, संघर्ष रोकने के लिए नए कूटनीतिक प्रयास शुरू

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 20-06-2025
Israel-Iran war completes one week, new diplomatic efforts begin to stop the conflict
Israel-Iran war completes one week, new diplomatic efforts begin to stop the conflict

 

तेल अवीव

इज़राइल और ईरान के बीच जारी संघर्ष एक सप्ताह पूरा होने के बाद भी शुक्रवार को दोनों देशों के हमले जारी हैं। इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप युद्ध में सैन्य हस्तक्षेप करने पर विचार कर रहे हैं, जबकि दूसरी ओर संघर्ष को समाप्त करने के लिए नए कूटनीतिक प्रयास भी शुरू हो गए हैं।

ट्रंप इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या ईरान के फोर्डो यूरेनियम संवर्धन संयंत्र पर हमला किया जाए। यह संयंत्र एक पहाड़ के नीचे स्थित है और इसे पहुंच से बाहर माना जाता है, लेकिन अमेरिका के ‘बंकर बस्टर’ बम इसे नष्ट कर सकते हैं। ट्रंप ने कहा कि वे अगले दो सप्ताह के भीतर इस निर्णय पर पहुंचेंगे कि ईरान पर हमला करना है या नहीं। वे अभी भी इस संभावना को महत्व देते हैं कि बातचीत के जरिए ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर अमेरिका और इज़राइल की मांगें पूरी हो सकती हैं।

ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची यूरोपीय देशों—ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी—के विदेश मंत्रियों और यूरोपीय संघ के उच्च राजनयिक के साथ बैठक के लिए जिनेवा जा रहे हैं।

ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने बताया कि उन्होंने व्हाइट हाउस में अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो और दूत स्टीव विटकॉफ से मुलाकात की, जिसमें उन्होंने ऐसे समझौते की संभावना पर चर्चा की जिससे संघर्ष को कम किया जा सके।

इज़राइल ने शुक्रवार सुबह ईरान में हवाई हमले किए, जिसमें 60 से अधिक विमानों ने मिसाइल निर्माण से जुड़े औद्योगिक स्थलों को निशाना बनाया। साथ ही, इज़राइल ने ईरान के रक्षा नवाचार और अनुसंधान संगठन (एसपीएनडी) के मुख्यालय पर भी हमला किया, जिसे परमाणु विस्फोटक उपकरणों के विकास से जोड़कर देखा जाता है।

ईरानी मीडिया के अनुसार, शुक्रवार को हुए इस हमले की पहुंच कैस्पियन सागर के रश्त शहर तक भी हुई।

इज़राइल की आपात सेवा मैगन डेविड एडोम ने बताया कि ईरान ने मिसाइलों से दक्षिणी इज़राइल के एक आवासीय क्षेत्र पर हमला किया, जिससे इमारतों को नुकसान पहुंचा। इस हमले में पांच लोग मामूली रूप से घायल हुए, जिन्हें इलाज मुहैया कराया गया।

इज़राइल और ईरान के बीच यह संघर्ष 13 जून को शुरू हुआ था, जब इज़राइल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों, प्रमुख जनरलों और परमाणु वैज्ञानिकों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए थे।

वाशिंगटन में स्थित एक ईरानी मानवाधिकार संगठन के अनुसार, इन हमलों में ईरान में कम से कम 657 लोगों की मौत हो चुकी है और 2,000 से अधिक घायल हुए हैं।