तेल अवी
इज़राइल के दो प्रमुख मानवाधिकार संगठनों — बी'त्सेलेम और फिज़िशियन फ़ॉर ह्यूमन राइट्स-इज़राइल (PHRI) — ने सोमवार को आरोप लगाया कि इज़राइल गाज़ा पट्टी में सुनियोजित रूप से नरसंहार कर रहा है। यह पहली बार है जब यहूदी नेतृत्व वाले किसी इज़राइली संगठन ने आधिकारिक तौर पर अपने ही देश पर ऐसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
PHRI के कार्यकारी निदेशक गाय शालेव ने कहा, "यहूदी-इज़राइली समाज आमतौर पर 'नरसंहार' जैसे आरोपों को यहूदी-विरोधी या पूर्वग्रहपूर्ण कहकर नकार देता है। लेकिन शायद अब जब ये आरोप इज़राइल के अपने मानवाधिकार संगठन लगा रहे हैं, तो लोग इन पर ध्यान दें और हकीकत को समझें।"
इज़राइली सरकार का पक्ष है कि वह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का पालन कर रही है और गाज़ा में उसकी सैन्य कार्रवाई आत्मरक्षा के तहत की जा रही है। सरकार ने इन नए आरोपों पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
PHRI और बी'त्सेलेम द्वारा जारी रिपोर्टों में कहा गया है कि गाज़ा में ज़रूरी जीवन साधनों को जानबूझकर बाधित करना, स्वास्थ्य व्यवस्था को ध्वस्त करना और नागरिकों पर अंधाधुंध हमले करना, ये सभी संकेत देते हैं कि यह एक समुदाय को समाप्त करने की कोशिश है — जिसे अंतरराष्ट्रीय कानून में नरसंहार कहा जाता है।
बी'त्सेलेम ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, “हमास के 2023 के हमले के बाद इज़राइली नीति दमन और नियंत्रण से आगे बढ़कर अब विनाश और उन्मूलन की ओर मुड़ गई है।”
रिपोर्ट में इज़राइली नेताओं के कथित बयान भी उद्धृत किए गए हैं जो गाज़ा में हिंसा को सही ठहराते हैं और मानवीय सहायता को सीमित करने के पक्ष में हैं।
इन निष्कर्षों में कई बिंदु ह्यूमन राइट्स वॉच और एमनेस्टी इंटरनेशनल जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की पुरानी रिपोर्टों से मेल खाते हैं, जिनमें पहले ही गाज़ा में इज़राइली कार्रवाई को अंतरराष्ट्रीय कानूनों के उल्लंघन के रूप में चिन्हित किया गया था।