अमेरिका ने युद्धविराम की मध्यस्थता कर रहे देशों को स्पष्ट रूप से सूचित किया है कि यदि अस्थायी युद्धविराम पर सहमति हो भी जाती है, तब भी वह इज़राइल को गाज़ा में फिर से युद्ध शुरू करने की अनुमति नहीं देगा।
हालांकि इस प्रस्तावित युद्धविराम समझौते में ऐसा एक प्रावधान अवश्य शामिल किया जाएगा, जो इज़राइल को युद्ध फिर से शुरू करने का अधिकार दे सकता है—लेकिन केवल इस उद्देश्य से कि हमास स्थायी युद्धविराम को लेकर गंभीर वार्ता करे।
सूत्रों के अनुसार, अमेरिका ने मिस्र और क़तर को यह बात स्पष्ट की है कि 60 दिन के इस अस्थायी युद्धविराम की अवधि के बाद, युद्ध को दोबारा शुरू करने की कोई गुंजाइश नहीं होगी।
इस प्रावधान को समझौते में इसलिए रखा जा रहा है ताकि हमास पर दबाव डाला जा सके कि वह स्थायी समाधान की दिशा में बातचीत करे। साथ ही यह खंड इसलिए भी ज़रूरी माना जा रहा है क्योंकि नेतन्याहू की सरकार को डर है कि यदि स्थायी युद्धविराम पर सहमति हुई, तो उस पर लगे युद्ध अपराधों के आरोपों के चलते सरकार गिर सकती है।
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने चेतावनी दी है कि अगर हमास ने अस्थायी युद्धविराम के 60 दिनों के भीतर अपने हथियार नहीं डाले, गाज़ा नहीं छोड़ा और प्रशासनिक ज़िम्मेदारियों से पीछे नहीं हटा, तो इज़राइल फिर से सैन्य कार्रवाई शुरू कर देगा।
इसके साथ ही इज़राइल गाज़ा के निवासियों को स्थानांतरित करने की भी योजना बना रहा है, जिससे क्षेत्र की जनसंख्या संरचना को बदला जा सके।