टोक्यो
बुधवार तड़के रूस के कुरील द्वीप समूह और जापान के उत्तरी द्वीप होक्काइडो के तटीय क्षेत्रों में 8.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसके बाद सुनामी की लहरें तटों से टकराईं।
इससे पहले मंगलवार को होनोलूलू में सुनामी चेतावनी सायरन बजने लगे और लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी गई।
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि सुनामी की पहली लहर लगभग 30 सेंटीमीटर ऊंची थी और होक्काइडो के नेमुरो क्षेत्र तक पहुंच गई।
वहीं, रूसी प्रशासक वालेरी लिमारेंको ने कहा कि सेवेरो-कुरीलस्क, जो कुरील द्वीप समूह की एक मुख्य बस्ती है, वहां भी लहरें पहुंचीं। उन्होंने कहा कि सभी निवासी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिए गए हैं, और खतरा पूरी तरह टलने तक वहीं रुकेंगे।
प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने जानकारी दी है कि:
हवाई, जापान, चिली और सोलोमन द्वीप समूह में 1 से 3 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
रूस और इक्वाडोर में 3 मीटर से अधिक ऊंची लहरों की आशंका है।
रूसी समाचार एजेंसी ‘तास’ ने बताया कि पेत्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की में लोग बिना जूते व कपड़ों के घरों से बाहर निकल आए।
घर हिलने लगे, शीशे टूटे, अलमारियां गिर पड़ीं और कई इलाकों में बिजली और मोबाइल सेवा ठप हो गई।
सखालिन द्वीप से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है, और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।
अमेरिकी राष्ट्रीय सुनामी चेतावनी केंद्र (अलास्का) ने:
अलास्का अल्यूशियन द्वीप समूह के कुछ हिस्सों के लिए सुनामी चेतावनी जारी की है।
कैलिफोर्निया, ओरेगन, वाशिंगटन और हवाई के लिए सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
अलास्का की तटरेखा का एक बड़ा हिस्सा भी चेतावनी क्षेत्र में शामिल किया गया है।
इस महीने की शुरुआत में कामचटका के पास समुद्र में पांच बड़े भूकंप दर्ज किए गए थे, जिनमें सबसे शक्तिशाली 7.4 तीव्रता का था।
इतिहास में भी यह इलाका सक्रिय रहा है — 4 नवंबर 1952 को कामचटका में आए 9.0 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी।