सूरिन (थाईलैंड)
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा संघर्ष को रोकने के लिए सोमवार आधी रात से लागू हुआ संघर्षविराम अभी तक लागू है, हालांकि मंगलवार सुबह हल्की झड़पों की खबरें आईं। अमेरिकी दबाव और आर्थिक प्रतिबंधों के खतरे के बीच दोनों देशों ने मलेशिया में बिना शर्त संघर्षविराम पर सहमति जताई थी।
हालांकि संघर्षविराम के तुरंत बाद ही यह परखा गया, जब थाई सेना ने कंबोडिया पर कुछ क्षेत्रों में हमला करने का आरोप लगाया, जिसे कंबोडिया ने खारिज कर दिया। मंगलवार रात थाई सरकार ने पुष्टि की कि पहले से संघर्षग्रस्त एक क्षेत्र में फिर से गोलाबारी हुई, लेकिन इसमें भारी हथियारों का इस्तेमाल नहीं हुआ।
थाई प्रधानमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता जीरायु हौंगसुब ने पत्रकारों को बताया कि थाई सेना फिलहाल स्थिति को नियंत्रित कर रही है, विशेषकर फु माखुआ पर्वत के आसपास, जो विवादित सीमा पर स्थित है।
थाई और कंबोडियाई सीमावर्ती सैन्य अधिकारियों की एक बैठक के बाद गोलीबारी बंद हुई। दोनों पक्षों ने सेना की आवाजाही रोकने, तनाव नहीं बढ़ाने, और एक समन्वय समिति बनाने पर सहमति जताई, ताकि 4 अगस्त को कंबोडिया में होने वाली संयुक्त सीमा समिति की बैठक से पहले शांति बनी रहे।
कंबोडियाई रक्षा मंत्री टीआ सेहा ने कहा कि उन्होंने थाई समकक्ष से इस दौरान हुई "घटनाओं" पर चर्चा की, लेकिन यह भी जोर दिया कि कंबोडियाई सेना संघर्षविराम का पालन कर रही है।
अमेरिका और मलेशिया की निगरानी में शांति प्रयास
थाई सरकार ने मलेशिया, अमेरिका और चीन से कंबोडिया द्वारा कथित संघर्षविराम उल्लंघन की शिकायत की है। उधर, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि अमेरिका इस संघर्ष को तुरंत रोकना चाहता है, और दोनों देशों से अपने वादे निभाने की अपेक्षा करता है।
कंबोडियाई प्रधानमंत्री हुन मानेट और थाईलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री फुमथाम वेचायाचाई ने सोमवार को मलेशिया में बिना शर्त संघर्षविराम की घोषणा की थी। यह बैठक मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की अध्यक्षता में हुई, जो इस वर्ष आसियान (ASEAN) के अध्यक्ष हैं।
हुन मानेट ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें फोन कर शांति प्रयासों की सराहना की और अमेरिका की ओर से संघर्षविराम की निगरानी में भागीदारी का आश्वासन दिया।
फुमथाम ने बताया कि ट्रंप ने यह भी कहा कि थाईलैंड और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ताएं अब आगे बढ़ सकती हैं, और थाई निर्यात पर टैरिफ को लेकर सकारात्मक निर्णय लिए जा सकते हैं।