ताइपेई (ताइवान)
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार सुबह 6 बजे (स्थानीय समयानुसार) तक चीन के 10 सैन्य विमानों और 6 नौसैनिक पोतों की गतिविधियों का पता लगाया, जो ताइवान की समुद्री सीमा के निकट संचालित हो रहे थे।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इन 10 विमानों में से दो विमान ताइवान जलडमरूमध्य की मध्यरेखा पार कर उत्तरी वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (ADIZ) में घुस गए।
रक्षा मंत्रालय ने ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
"आज सुबह 6 बजे तक पीएलए (चीन की सेना) के 10 विमान और पीएलएएन (नौसेना) के 6 पोत ताइवान के आसपास देखे गए। इनमें से 2 विमान मध्यरेखा पार कर उत्तरी ADIZ में प्रवेश कर गए। हमने स्थिति पर नज़र रखी है और उसके अनुसार प्रतिक्रिया दी है।"
लगातार निगरानी पर ताइवान
इससे पहले सोमवार को भी ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने चीन की गतिविधि का पता लगाया था। उस समय 6 सैन्य विमान और 5 नौसैनिक पोत ताइवान के आसपास देखे गए थे। इनमें से 3 विमान मध्यरेखा पार कर उत्तरी ADIZ में दाखिल हुए थे।
बोरिस जॉनसन का बयान – “ताइवान के साथ खड़े हों”
इस बीच, ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने पश्चिमी देशों से अपील की है कि वे ताइवान के साथ खड़े होने का साहस दिखाएँ और उसके साथ आर्थिक साझेदारी को गहरा करें, क्योंकि चीन लगातार दबाव बढ़ा रहा है।
पिछले हफ्ते ताइपेई में आयोजित 9वें केतागालान फोरम 2025 इंडो-पैसिफिक सिक्योरिटी डायलॉग में बोलते हुए जॉनसन ने कहा कि ताइवान की लोकतंत्र और नवाचार का समर्थन करना बेहद ज़रूरी है।
उन्होंने सवाल उठाया कि:
"बीजिंग क्यों एक ऐसे देश पर कब्ज़ा करना चाहता है, जो किसी के लिए खतरा नहीं है? हम आपके साथ हैं, हम ताइवान के साथ खड़े हैं।"
जॉनसन ने ज़ोर देकर कहा कि चीन के दबाव बढ़ाने के बावजूद पश्चिमी देशों, अमेरिका, ब्रिटेन और पूरे यूरोप को पीछे नहीं हटना चाहिए और न ही बीजिंग को खुश करने के लिए झुकना चाहिए।