युद्धविराम पर समझौता, इजराइल-हमास जंग 19 जनवरी से बंद

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 17-01-2025
Agreement on ceasefire, Israel-Hamas war will stop from January 19
Agreement on ceasefire, Israel-Hamas war will stop from January 19

 

आवाज द वाॅयस / दोहा (कतर)

कतर, मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका ने बुधवार को एक संयुक्त बयान में घोषणा की कि इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई पर सहमति बन गई है. यह समझौता 19 जनवरी 2025 से प्रभावी होने की संभावना है. इसमें बंधकों और कैदियों की रिहाई, घनी आबादी वाले क्षेत्रों से इजरायली सेना की वापसी और मानवीय सहायता के लिए तीन चरणों की प्रक्रिया तय की गई है, जिसका उद्देश्य स्थायी शांति सुनिश्चित करना है.

कतर के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा, "कतर , मिस्र के अरब गणराज्य और संयुक्त राज्य अमेरिका ने घोषणा की है कि गाजा में संघर्षरत पक्षों ने बंधकों और कैदियों की अदला-बदली और स्थायी शांति की ओर लौटने के लिए एक समझौते पर सहमति व्यक्त की है."

तीन चरणों में होगा समझौते का कार्यान्वयन

संयुक्त बयान के अनुसार, समझौते के पहले चरण में 42 दिनों तक युद्ध विराम लागू रहेगा. इस दौरान इजरायली सेना घनी आबादी वाले क्षेत्रों से बाहर निकलेगी और फिर से तैनात होगी. बंधकों और कैदियों की रिहाई की जाएगी. मृतकों के अवशेषों की अदला-बदली होगी. विस्थापितों की वापसी सुनिश्चित की जाएगी और घायलों व रोगियों को उपचार के लिए बाहर जाने की सुविधा दी जाएगी.

पहले चरण में गाजा पट्टी में मानवीय सहायता के बड़े पैमाने पर प्रवेश और वितरण को तेज किया जाएगा. इसमें अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों और बेकरियों का पुनर्निर्माण, नागरिक सुरक्षा आपूर्ति और ईंधन की आपूर्ति, और विस्थापितों के लिए आश्रय व्यवस्था शामिल है.


qatar
 

गारंटर देशों की भूमिका

कतर, मिस्र और अमेरिका ने इस समझौते के गारंटर के रूप में कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई है. इन देशों ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि समझौते के सभी चरण पूरी तरह से लागू हों. उन्होंने अन्य देशों से भी इस प्रयास में शामिल होने और स्थायी शांति सुनिश्चित करने के लिए सहायता प्रदान करने का आह्वान किया है.

कतर के प्रधानमंत्री ने सराहा प्रयास

कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी ने इस समझौते को सुगम बनाने में शामिल सभी दूतों की सराहना की. उन्होंने कहा, "पिछले महीनों में साझेदारों के साथ घनिष्ठ सहयोग से यह निर्णायक क्षण आया है. हम क्षेत्र में स्थिरता और शांति लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं."

अमेरिकी राष्ट्रपति ने की घोषणा

इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के समझौते की घोषणा की. उन्होंने इसे 15 महीने से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि बताया.

नेतन्याहू ने  ट्रम्प और बिडेन को कहा धन्यवाद

इज़राइल और हमास के बीच युद्धविराम और बंधकों की रिहाई पर हुए ऐतिहासिक समझौते के बाद, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और वर्तमान राष्ट्रपति जो बिडेन से बातचीत कर उन्हें सहयोग के लिए धन्यवाद दिया.

प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर जानकारी दी कि नेतन्याहू ने ट्रम्प से बातचीत करते हुए बंधकों की रिहाई में उनके समर्थन और गाजा को आतंकवाद का केंद्र बनने से रोकने की उनकी प्रतिबद्धता के लिए आभार प्रकट किया. दोनों नेताओं ने निकट भविष्य में वाशिंगटन में मिलने और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने पर सहमति जताई.

पोस्ट में लिखा गया, "प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को बंधकों की रिहाई और इज़राइल के समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने गाजा को आतंकवाद का अड्डा बनने से रोकने के ट्रम्प के दृष्टिकोण की प्रशंसा की."

नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन को भी बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने में उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया.उन्होंने कहा कि इज़राइल सभी बंधकों को सुरक्षित घर वापस लाने के लिए प्रतिबद्ध है.

समझौते का महत्व

यह समझौता 15 महीने लंबे संघर्ष को समाप्त करने का प्रयास है. इज़राइल और हमास के बीच लंबे समय से जारी तनाव के बीच यह पहल क्षेत्र में स्थिरता लाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.