अफगानिस्तान: घातक भूकंप में 1000 से अधिक लोगों के मरने के बाद मदद को आगे आईं संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियां

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] • 1 Years ago
अफगानिस्तान: घातक भूकंप में 1000 से अधिक लोगों के मरने के बाद मदद को आगे आईं संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियां
अफगानिस्तान: घातक भूकंप में 1000 से अधिक लोगों के मरने के बाद मदद को आगे आईं संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियां

 

आवाज द वॉयस /काबुल
 
अफगानिस्तान में बुधवार को आए विनाशकारी भूकंप के बाद सहयोग के लिए संयुक्त राष्ट्र आगे आया है. इस भूकंप में अब तक 1000 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और 1500 से ज्यादा के घायल होने की खबर है.
 
रिपोर्टों में कहा गया है कि बुधवार तड़के पूर्वी अफगानिस्तान में आए भूकंप से मरने वालों की संख्या 1,000 को पार कर गई, जिसमें 1,500 से अधिक लोग घायल हैं. सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र खोस्त प्रांत के स्पेरा जिले और पक्तिका प्रांत के बरमाला, जिरुक, नाका और गयान जिलों में हैं.
 
 संयुक्त राष्ट्र पहले से ही अफगानिस्तान में दुनिया के सबसे बड़े मानवीय अभियानों में से एक को आगे बढ़ा रहा है, जहां लगभग 20 मिलियन लोग भूखे जीवन गुजारने को मजबूर हैं.
 
यूएनएचसीआर, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने अफगानिस्तान में आए भीषण भूकंप के बाद सक्रियता दिखाई है. संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने गार्डेज में अपने क्षेत्रीय कार्यालय से पाकितिका और खोस्त प्रांतों में अपने कर्मचारियों को तैनात किया है.
 
वर्तमान में, बचे लोगों को खोजने के लिए खोज और बचाव कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है. आशंका है कि अगर देश के दूरदराज के हिस्सों में बचे लोगों को तत्काल नहीं इलाज नहीं पहुंचाया गया तो और लोगों की जान जा सकती है.
 
अंतरिम अधिकारियों ने तत्काल मानवीय सहायता की अपील की है और यूएनएचसीआर अन्य मानवीय सहयोगियों के साथ काम करते हुए प्रभावित लोगों की सहायता के लिए आपूर्ति और कर्मचारियों को भेज रहा है.
 
संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त फिलिपो ग्रांडी ने कहा, अफगानिस्तान में चल रहे मानवीय संकट के शीर्ष पर इस त्रासदी को देखकर दिल टूट रहा है, जिससे अफगान हर दिन गुजर रहे हैं. मैं अफगानिस्तान के लोगों और विशेष रूप से उन लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने इस भयानक प्राकृतिक आपदा में दोस्तों और परिवार को खो दिया है.
 
यूएनएचसीआर इस कठिन समय में अफगानों के साथ है और प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए सभी प्रयास करेगा.अफगानिस्तान गंभीर मानवीय संकट से गुजर रहा है और देश के अंदर लगभग 35 लाख लोग विस्थापित हो गए हैं.
 
लाखों अन्य लोग गरीबी और भूख के बढ़ते स्तर के बीच जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे है. सामाजिक सेवाओं पर भारी दबाव है.ग्रैंडी ने कहा, यह त्रासदी एक बार फिर उजागर करती है कि अफगानों को दुनिया की एकजुटता और समर्थन की जरूरत है और वे इसके हकदार हैं.
 
यूएनएचसीआर  अफगानिस्तान और पड़ोसी देशों में पिछले चार दशकों से अफगानों के साथ काम कर रहा है. इस साल जनवरी से अब तक लगभग दस लाख विस्थापित अफगानों और मेजबान समुदायों को सहायता प्रदान की गई है.