बेंगलुरु की दो बहनों तबस्सुम और सरिया कुरैशी की अनूठी उपलब्धि, कसीदाकारी के जरिए कर रही हैं पवित्र कुरान तैयर

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 26-03-2023
बेंगलुरु की दो बहनों तबस्सुम और सरिया कुरैशी की अनूठी उपलब्धि, कसीदाकारी के जरिए कर रही हैं पवित्र कुरान तैयर
बेंगलुरु की दो बहनों तबस्सुम और सरिया कुरैशी की अनूठी उपलब्धि, कसीदाकारी के जरिए कर रही हैं पवित्र कुरान तैयर

 

आवाज द वाॅयस/  बेंगलुरु

रमजान के पवित्र महीने का साया तौहीद के बच्चों पर छाया हुआ है. इस पाक महीने की सबसे बड़ी देन पवित्र कुरान है. बेंगलुरु में दो बहनों ने ऐसा कारनामा किया है कि अल्लाह की किताब कागज पर नहीं कपड़े पर लिखी जा रही है.

बेंगलुरू की बीबी तबस्सुम और सरिया कुरैशी ने पवित्र कुरान को कढ़ाई के माध्यम से सुंदर, आकर्षक तरीके से पेश करने की पहल की है. सरिया कुरैशी की छोटी बहन बीबी तबस्सुम को पेंटिंग, कढ़ाई का शौक है. उन्होंने सोचा कि क्यों न पूरे कुरान पर कढ़ाई की जाए.
 
sisters
 
इसलिए तबस्सुम और उसकी बड़ी बहन सरिया कुरैशी ने तीन साल पहले एक उलेमा के मार्गदर्शन में कढ़ाई का काम शुरू किया. अब तक वो अठारह पारे पूरे कर चुकी हैं. उन्होंने छह पारे वाले तीन खंड तैयार किए हैं. दोनों बहनें अपने काम से इतनी खुश हैं कि उन्हें दुनिया भर से तारीफ मिल रही है.
 
दोनों बहनें अपनी घरेलू जिम्मेदारियों को निभाते हुए यह काम कर रही हैं. छोटी बहन तबस्सुम सावधानी से पेंसिल से सूरह  लिखती हैं. फिर दोनों बहनें एक साथ कशीदाकारी करती हैं.
पवित्र कुरान पूरा करने के बाद इन दोनों बहनों ने इस दुर्लभ प्रति को मदीना के पुस्तकालय में भेजने की योजना बनाई है.
 
quran
 
वह कहती हैं पवित्र कुरान पढ़ने में जो आनंद मिलता है, वह पवित्र कुरान लिखने में मिलने वाले आनंद से कहीं अधिक है.उनका यह प्रयास अन्य गृहिणियों के लिए मिसाल और आदर्श है. महिलाएं अपने समय का सदुपयोग कर घर की चार दीवारी के भीतर रहकर भी उपलब्धि हासिल कर सकती हैं.