बेंगलुरु की दो बहनों तबस्सुम और सरिया कुरैशी की अनूठी उपलब्धि, कसीदाकारी के जरिए कर रही हैं पवित्र कुरान तैयर
आवाज द वाॅयस/ बेंगलुरु
रमजान के पवित्र महीने का साया तौहीद के बच्चों पर छाया हुआ है. इस पाक महीने की सबसे बड़ी देन पवित्र कुरान है. बेंगलुरु में दो बहनों ने ऐसा कारनामा किया है कि अल्लाह की किताब कागज पर नहीं कपड़े पर लिखी जा रही है.
बेंगलुरू की बीबी तबस्सुम और सरिया कुरैशी ने पवित्र कुरान को कढ़ाई के माध्यम से सुंदर, आकर्षक तरीके से पेश करने की पहल की है. सरिया कुरैशी की छोटी बहन बीबी तबस्सुम को पेंटिंग, कढ़ाई का शौक है. उन्होंने सोचा कि क्यों न पूरे कुरान पर कढ़ाई की जाए.
इसलिए तबस्सुम और उसकी बड़ी बहन सरिया कुरैशी ने तीन साल पहले एक उलेमा के मार्गदर्शन में कढ़ाई का काम शुरू किया. अब तक वो अठारह पारे पूरे कर चुकी हैं. उन्होंने छह पारे वाले तीन खंड तैयार किए हैं. दोनों बहनें अपने काम से इतनी खुश हैं कि उन्हें दुनिया भर से तारीफ मिल रही है.
दोनों बहनें अपनी घरेलू जिम्मेदारियों को निभाते हुए यह काम कर रही हैं. छोटी बहन तबस्सुम सावधानी से पेंसिल से सूरह लिखती हैं. फिर दोनों बहनें एक साथ कशीदाकारी करती हैं.
पवित्र कुरान पूरा करने के बाद इन दोनों बहनों ने इस दुर्लभ प्रति को मदीना के पुस्तकालय में भेजने की योजना बनाई है.
वह कहती हैं पवित्र कुरान पढ़ने में जो आनंद मिलता है, वह पवित्र कुरान लिखने में मिलने वाले आनंद से कहीं अधिक है.उनका यह प्रयास अन्य गृहिणियों के लिए मिसाल और आदर्श है. महिलाएं अपने समय का सदुपयोग कर घर की चार दीवारी के भीतर रहकर भी उपलब्धि हासिल कर सकती हैं.