आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
रेखा मोहन ने हाल ही में लघुकथा संग्रह लिखा जिसमें कुल 93 लघु कहानियां हैं इस किताब का नाम है का नाम है 'लड़की क्यों नहीं ?'. यह किताब नवजागरण प्रकाशन से प्रकाशित की गई है. इसका मूल्य मात्र 200 है.
रेखा मोहन हिन्दी लेखन में जानी-पहचानी कवियित्री है. उनकी रचनायें मैगजीन, समाचार-पत्रों, सोशल साईट्स पर बखूबी पसंद की जाती है. उनको हिन्दी, पंजाबी, अंग्रेजी, उर्दू में पूरा रूझान हैं. उन्होंने इनमें लिखा भी है. रेखा मोहन पढ़ी-लिखी, शिक्षक, प्रतिभाशाली परिवार से हैं. रेखा मोहन लेखन-क्षेत्र में प्रतिष्ठावान शख्सियत हैं.
लघुकथा संग्रह 'लड़की क्यों नहीं ?'
ऐसी कहानियों का संग्रह है जिसमें एक लड़की की छोटी छोटी रोज मर्रा से जुडी परेशानी का वर्णन किया गया है वहीं इसमें कहीं न कहीं लड़के और लड़की के साथ किए जाने वाले घरेलू ट्रीटमेंट पर भी कहानियां शामिल है.
अब समाज को यह समझने में तनिक भी देर नहीं करनी चाहिए कि लड़के और लड़की में कोई फर्क करना सबसे बड़ी भूल है.