यूट्यूब से सड़कों तक, रबीया यासीन बनीं कश्मीर की ट्रक ड्राइवर स्टार

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 02-03-2025
Rabiya Yasin: Kashmir's first female truck driver
Rabiya Yasin: Kashmir's first female truck driver

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली  
 
36 वर्षीय रबीया यासीन ने कश्मीर में महिलाओं के लिए एक नया रास्ता खोला है. वह कश्मीर की पहली महिला ट्रक ड्राइवर हैं, जिन्होंने समाजिक चुनौतियों के बावजूद अपना करियर चुना और आज पूरे भारत में यात्रा करती हैं.

सामाजिक चुनौतियों के बावजूद साहसिक कदम

रबीया यासीन ने अपनी बेटी के साथ पूरे भारत में ट्रक चलाते हुए एक नई दिशा दिखाई है. उनके इस अनोखे करियर को परिवार, खासकर उनके ट्रक ड्राइवर पति, इम्तियाज अहमद मीर का पूरा समर्थन मिला है. रबीया ने अपनी यात्रा दो-तीन साल पहले शुरू की थी और अब वह प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और हैदराबाद तक ट्रक चलाती हैं.
 
 
महिला के लिए नया पेशा

राबिया ने कहा, "आज के समय में यह मायने नहीं रखता कि कौन सा काम कौन कर रहा है। मेहनत से कमाया जाए, यही महत्वपूर्ण है." रबीया की शादी 6 साल पहले इम्तियाज अहमद मीर से हुई थी। शुरुआत में वह अपने पति के साथ सफर करती थीं, लेकिन धीरे-धीरे ट्रक चलाने में रुचि विकसित हुई. उन्होंने कहा, "एक दिन मैंने अपने पति से कहा कि मुझे ट्रक चलाना सिखाइए."
 
परिवार का समर्थन

रबीया के पति और उनके परिवार ने उनके इस निर्णय में पूरा सहयोग दिया. रबीया ने बताया, "मेरे परिवार ने मुझे हमेशा सपोर्ट किया, और अब एक साल हो गया है, मैं और मेरे पति मिलकर ट्रक चलाते हैं."
 
 
चुनौतियों का सामना

रबीया ने कहा, "शुरुआत में यह काम मुश्किल लगा, लेकिन अब ऐसा लगता है कि जिंदगी सड़क पर गाड़ी चलाए बिना अधूरी है." उन्होंने भारत के कई प्रमुख राज्यों की सड़कों पर ट्रक चलाया है और इस अनुभव को साझा करते हुए कहा कि यह अद्भुत था, लेकिन खासकर एक महिला के लिए कई चुनौतियाँ भी थीं.
 

 
सोशल मीडिया पर सक्रिय रबीया

रबीया यूट्यूब पर 'Rabia Vlogs 786' नाम से चैनल चलाती हैं, जहां वह अपने अनुभव साझा करती हैं। रबीया ने बताया, "लोगों से मुझे बहुत प्यार और सम्मान मिला है. यह मुझे हर दिन कुछ नया करने के लिए प्रेरित करता है."
 
कश्मीर में महिलाओं का बदलता नजरिया

रबीया का मानना है कि कश्मीर में महिलाओं के लिए समाज का दृष्टिकोण बदल रहा है. "अब महिलाएं केवल रसोई तक सीमित नहीं हैं, बल्कि हर क्षेत्र में अपनी पहचान बना रही हैं." उन्होंने कहा, "जब कोई व्यक्ति मेहनत और लगन से आगे बढ़ने का संकल्प करता है, तो हर रास्ता उसे सफलता की ओर ले जाता है."
 
महिलाओं के लिए प्रेरणा

राबिया यासीन ने अपनी कड़ी मेहनत और साहस से साबित किया कि महिलाएं किसी भी पेशे में सफल हो सकती हैं. उनका मानना है, "अगर किसी लड़की के पास दृढ़ निश्चय और साहस हो, तो वह अपने सपनों को पूरा कर सकती है. सफलता उसी के कदम चूमती है जो हार नहीं मानता."
 
 
नवीनता और संघर्ष की मिसाल

राबिया यासीन की कहानी हर उस लड़की के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करना चाहती है. उन्होंने दिखाया कि महिलाएं भी किसी भी क्षेत्र में अपनी जगह बना सकती हैं और किसी भी चुनौती का सामना कर सकती हैं.
 
निष्कर्ष

राबिया यासीन ने अपनी साहसिक यात्रा से यह साबित कर दिया कि महिलाएं किसी भी पेशे में अपनी जगह बना सकती हैं, और उनके संघर्ष से कश्मीर और पूरे देश की महिलाओं के लिए एक नई राह खुली है.