रईस आलम / नई दिल्ली
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य सैयद शहजादी ने वक्फ संपत्तियों के सही इस्तेमाल पर जोर देते हुए कहा कि लोग अपनी संपत्ति इसलिए वक्फ करते हैं ताकि इसका लाभ गरीबों और बेसहारा लोगों को मिल सके. लेकिन फिलहाल इसका फायदा कुछ खास लोगों और उनके नजदीकी रिश्तेदारों तक ही सीमित रह गया है.
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य सैयद शहजादी ने आवाज द वॉयस से बात करते हुए कहा कि सरकार चाहती है कि वक्फ संपत्तियों का सही उपयोग हो और जो वास्तव में जरूरतमंद हैं, उन्हें इसका लाभ मिले. अगर ऐसे मुसलमानों को वक्फ संपत्तियों का फायदा नहीं मिलेगा, तो यह गलत होगा और वक्फ का मूल उद्देश्य अधूरा रह जाएगा.
वक्फ संशोधन बिल के विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए सैयद शहजादी ने कहा कि विरोध करना सही है, लेकिन यह तभी सार्थक है जब इसका तरीका सही हो. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपनी राय और विचार सरकार तक पहुंचाएं, लेकिन शांतिपूर्ण तरीके से.
उन्होंने कहा कि सरकार इस बिल से गरीबों और जरूरतमंदों के हित में काम कर रही है और इस कानून से लोगों को फायदा होगा. सैयद शहजादी ने यह भी बताया कि कई जगहों पर वक्फ संपत्तियों से गरीब मुसलमानों को कोई फायदा नहीं हो रहा है, क्योंकि कई वर्षों से दुकानों का किराया नहीं बढ़ा है. इससे केवल कुछ खास लोगों को ही फायदा हो रहा है.
उन्होंने कहा कि जो लोग इस बिल के वास्तविक फायदे को समझ गए हैं, वे सरकार का समर्थन कर रहे हैं, और सभी लोग इसका विरोध नहीं कर रहे हैं. हालांकि, देश भर में कई मुस्लिम संगठनों द्वारा वक्फ संशोधन बिल का विरोध किया जा रहा है.
यह बिल संसद में पेश किया गया था, लेकिन विपक्ष के विरोध के बाद इसे संसद की संयुक्त समिति के पास भेज दिया गया. फिलहाल यह समिति इस पर चर्चा कर रही है और आवश्यक बदलावों के बाद इसे पुनः संसद में पेश किया जाएगा, जहां बहस के बाद यह कानून का रूप लेगा.
विरोध के नए तरीकों के बारे में बात करते हुए सैयद शहजादी ने बताया कि कुछ मुस्लिम संगठन अब एक खास प्रकार का क्यूआर कोड बनाकर लोगों से राय मांग रहे हैं. सरकार का कहना है कि यह बिल मुस्लिम समुदाय के हित में है और इससे वक्फ संपत्तियों का रखरखाव और विवादित संपत्तियों का समाधान आसान हो जाएगा.
सैयद शहजादी ने कहा कि लोग अपनी राय जरूर सरकार तक पहुंचाएं ताकि सभी की राय से ऐसा कानून बने जो सबके हित में हो. उन्होंने जोर दिया कि इस मुद्दे को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
जब उनसे जाकिर नायक द्वारा इस बिल के विरोध के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. जब उनसे पूछा गया कि क्या वे सरकार से जनता की ओर से इस मुद्दे पर बात करेंगी, तो उन्होंने कहा कि अभी तक उन्हें इस बारे में कोई निर्देश नहीं मिला है.