Shubhanshu Shukla and other astronauts of Axiom-4 boarded the spacecraft for return to Earth
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
शुभांशु शुक्ला और एक्सिओम-4 के तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री सोमवार को ड्रैगन ग्रेस अंतरिक्ष यान में प्रवेश कर गए और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिनों के प्रवास के बाद पृथ्वी पर वापस अपनी यात्रा शुरू करने के लिए तैयार हैं.
मिशन पायलट शुक्ला, कमांडर पैगी व्हिटसन, तथा मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीवस्की और हंगरी के टिबोर कापू ने ड्रैगन ग्रेस अंतरिक्षयान में प्रवेश किया और पृथ्वी की 22.5 घंटे की यात्रा के लिए अपने अंतरिक्ष सूट पहन लिए.
ड्रैगन ग्रेस अंतरिक्ष यान का हैच, जो इसे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से जोड़ता था, भारतीय समयानुसार अपराह्न 2:37 बजे बंद कर दिया गया और चालक दल के सदस्य भारतीय समयानुसार अपराह्न 4:35 बजे कक्षीय प्रयोगशाला से अलग होने से पहले, अंतिम निरीक्षण कर रहे हैं. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा अंतरिक्ष स्टेशन से प्रस्थान प्रक्रियाओं का सीधा प्रसारण किया गया.
आईएसएस से यान के अलग होने की प्रक्रिया के बाद, ड्रैगन आईएसएस से सुरक्षित दूरी बनाने के लिए इंजन को संचालित करने की एक श्रृंखला का प्रदर्शन करेगा और पुनः प्रवेश प्रक्रिया शुरू करेगा। अंतिम तैयारियों में कैप्सूल के ट्रंक को अलग करना और वायुमंडल में प्रवेश से पहले हीट शील्ड को स्थापित करना शामिल है, जिससे अंतरिक्ष यान को लगभग 1,600 डिग्री सेल्सियस के तापमान के संपर्क में लाया जा सकेगा.
पैराशूट दो चरण में तैनात किए जाएंगे - पहले लगभग 5.7 किमी की ऊंचाई पर स्थिरीकरण पैराशूट, उसके बाद लगभग दो किमी की ऊंचाई पर मुख्य पैराशूट.
अनडॉकिंग के लगभग 22.5 घंटे बाद कैलिफोर्निया के तट पर यान के पहुंचने की उम्मीद है, और अंतरिक्ष कैप्सूल को एक विशेष जहाज द्वारा वापस लाया जाएगा. यान के मंगलवार को भारतीय समयानुसार अपराह्न 3:01 बजे कैलिफ़ोर्निया के तट पर पहुंचने की उम्मीद है. एक्सिओम-4 मिशन ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा 25 जून को शुरू की थी, जब ड्रैगन अंतरिक्ष कैप्सूल को ले जाने वाला फाल्कन-9 रॉकेट फ्लोरिडा से आईएसएस की ओर रवाना हुआ था.