उस्मान मीर के भजन ‘ श्री रामजी पधारे’ से पीएम मोदी अभिभूत, सोशल मीडिया पर किया साझा

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 10-01-2024
PM Modi overwhelmed with Osman Mir's bhajan 'Shri Ramji Padhare', shared on social media
PM Modi overwhelmed with Osman Mir's bhajan 'Shri Ramji Padhare', shared on social media

 

मलिक असगर हाशमी/  नई दिल्ली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस्मान मीर के गाए भजन ‘ श्री रामजी पधारे’ से बेहद प्रभावित हैं. इस भजन को उन्होंने न केवल अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से साझा किया . तारीफ में कई बातें भी लिखी हैं.

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर भजन को साझा करने के अलावा अपने ब्लाॅक ‘ नरेंद्र मोदी’ पर भी इसे शेयर किया है. साथ में उस्मान मीर द्वारा गाये भजन ‘ भक्ति भजन श्री रामजी पधारे के बारे में बताया कि इसे ओम् दवे तथा गौरांग पाला द्वारा संगीतबद्ध किया गया है .

प्रधानमंत्री एक्स पर अपने पोस्ट में लिखते हैं,‘‘अयोध्या नगरी में श्री रामजी के पधारने को लेकर हर ओर उमंग और उल्लास है. उस्मान मीर जी का यह मधुर राम भजन सुनकर आपको इसी की दिव्य अनुभूति होगी.

बता दें कि अयोध्या नगरी में भगवान राम मंदिर के निर्माण और श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर देश में हर तरफ एक अलग ही खुशी का माहौल है. ऐसे में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस्मान मीर के एक राम भजन को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स(पूर्व में ट्विटर) पर तारीफ भरा पोस्ट किया.

पहले भी एक भजन को लेकर किया था पोस्ट 

बता दें कि इससे पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकास और महेश कुकरेजा के एक राम भजन लेकर एक्स पर पोस्ट किया था. उन्होंने पोस्ट में लिखा था, अयोध्या के साथ देशभर में आज हर ओर प्रभु श्री राम के स्वागत में मंगलगान हो रहा है.

 

इस पुण्य अवसर पर राम लला की भक्ति से ओतप्रोत विकास जी और महेश कुकरेजा जी के राम भजन को आप भी जरूर सुनिए.

राम मंदिर का निर्माण कार्य

बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है. 22जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के तहत पूरे अयोध्या को सजाया जा रहा है.

माना जा रहा है कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद दुनियाभर से करोड़ों की संख्या में रामभक्त अयोध्या आएंगे. इसे ध्यान में रखते हुए अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का भी निर्माण करवाया गया है, जिसका उद्घाटन पीएम मोदी ने किया है.

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल देश-दुनिया के प्रमुख लोग

प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश-दुनिया से तकरीबन सात हजार लोगों के जुटने की उम्मीद की जा रही है. इसके लिए अमिताभ बच्चन से लेकर सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली तक को भी निमंत्रण भेजा गया है. इसके अलावा कई चर्चित षख्सियतें भी आमंत्रित की गई हैं.

कौन हैं उस्मान मीर

उस्मान मीर एक भारतीय पार्श्व गायक हैं जो 2013से हिंदी फिल्मों में गा रहे हैं. इनके गाने मुख्य रूप से हिंदी और गुजराती में हैं.फिल्म गोलियों की रासलीला राम लीला का गाना मोर बनी थानघाट करे पहला हिंदी फिल्म गाना है जिसे उस्मान मीर ने 2013 में गाया था.

उस्मान मीर द्वारा गाया गया पहला गुजराती गाना फिल्म का शीर्षक गीत है मी तो चूंदडी ओढ़ी तारा नाम नी जिसका नाम है. इसके संगीतकार एडविन वाज अप्पू थे.

उस्मान मीर का जन्म (22 मई 1974 ) वायोर, कच्छ, गुजरात में एक निम्नवर्गीय परिवार में हुआ था. उनके पिता, हुसेनभाई, गुजराती लोक भजन और संतवाणी में तबला वादक थे. उस्मान मीर को बचपन से ही संगीत में रुचि है.

उन्होंने अपनी हाई स्कूल की शिक्षा, भूलाभाई मानसिंह विद्यालय, लेजा से की और 9वीं पास करने के बाद पढ़ाई को अलविदा कह दिया. उन्होंने बहुत कम उम्र में अपने पिता से तबला सीखना शुरू कर दिया.

13 साल की उम्र में अपने पिता के साथ लाइव कार्यक्रमों में तबला बजाना शुरू कर दिया. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत स्वर्गीय नारायण स्वामी के साथ तबला वादक के रूप में की थी.

उस्मान मीर को गायन में भी बहुत रुचि थी. वह अपने पिता से गायन के बुनियादी सबक सीखते रहे. फिर उन्होंने आधिकारिक तौर पर अपने गुरु इस्माइल दातार से प्रशिक्षण लिया.

एक बार गुरु पूर्णिमा के शुभ दिन पर एक संगीत समारोह में वह तबला वादक के रूप में मोरारी बापू के तलगाजार्डा स्थित आश्रम में गए, जहां पार्थिव भाई ने उस्मान की गायन क्षमता की प्रशंसा करते हुए उन्हें बापू से मिलवाया.

दर्शकों के लिए उनका पहला उपहार दिल काश तेरा नक्शा है था. इसी समय से एक गायक के रूप में उनका स्वर्णिम सफर शुरू हुआ.उनका पहला संगीत कार्यक्रम अहमदाबाद में आयोजित किया गया था जिसे प्रदीप दवे ने व्यवस्थित किया था.

उस्मान मीर लगभग किसी भी प्रकार के संगीत, भजन, गजल, अर्ध-शास्त्रीय, सुगम, गुजराती-लोक प्रस्तुत करने की क्षमता रखते हैं.उन्होंने लगभग 58 गुजराती फिल्मों में प्लेबैक दिया है.

25 देशों में प्रदर्शन कर चुके हैं. उनका गायन नुसरत फतेह अली खान, मेहंदी हसन, जगजीत सिंह और गुलाम अली खान से प्रभावित है. उनकी हार्दिक इच्छा है कि वह एआर रहमान के कंपोजिशन के लिए गाएं.