भारतीय खेलों में 2025 की उपलब्धियाँ और मील के पत्थर

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 21-12-2025
Achievements and Milestones in Indian Sports 2025
Achievements and Milestones in Indian Sports 2025

 

आमना फ़ारूक़

भारतीय खेलों के लिए वर्ष 2025 यादगार साबित हुआ। खास तौर पर टीम स्पर्धाओं में भारत को मिली सफलताओं ने खेल जगत में उत्साह और जुनून की नई लहर पैदा की। पूरे साल उतार-चढ़ाव और कुछ विवादों के बीच कई ऐसी उपलब्धियाँ और मील के पत्थर सामने आए, जिन्होंने पूरे देश को गर्व से भर दिया। क्रिकेट के साथ-साथ एथलेटिक्स, शतरंज, कबड्डी, हॉकी और स्क्वैश ने भी 2025 में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई।
 
खिलाड़ियों ने बड़ी बाधाएँ तोड़ीं और ऐसे सम्मान हासिल किए, जिनका इंतज़ार वर्षों से था। वैश्विक मंच पर ऐतिहासिक जीतों से लेकर व्यक्तिगत उपलब्धियों तक, यह साल अलग-अलग खेलों में भारत की बढ़ती ताकत और निरंतर प्रगति का प्रमाण बना। प्रशासनिक स्तर पर भी भारत की खेल हैसियत को मान्यता मिली और देश को आधिकारिक रूप से राष्ट्रमंडल खेल 2030 की मेज़बानी का अधिकार सौंपा गया। कहा जा सकता है कि खेल जगत के लिए यह विदाई लेता साल निराशाजनक नहीं रहा।

क्रिकेट में पुरुष हों या महिलाएँ, सभी ने अपने-अपने मैदानों में तिरंगा लहराया। यहाँ तक कि ब्लाइंड क्रिकेट में भी भारत का दबदबा साफ दिखाई दिया।
 
 
साल 2025 में भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम ने आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर अपनी श्रेष्ठता साबित की। फरवरी और मार्च में पाकिस्तान और यूएई में आयोजित इस टूर्नामेंट में रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने ग्रुप चरण में अजेय रहते हुए शानदार प्रदर्शन किया और दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए फाइनल में न्यूज़ीलैंड को चार विकेट से हराया।
 
भारत की इस यात्रा में बांग्लादेश और पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ प्रभावशाली जीत शामिल रहीं, जिसने सीमित ओवरों के क्रिकेट में उसकी बादशाहत को और मज़बूत किया।
 
यह भारत की तीसरी चैंपियंस ट्रॉफी थी; इससे पहले टीम ने यह खिताब 2002 और 2013 में जीता था। टूर्नामेंट के दौरान कई व्यक्तिगत कीर्तिमान भी बने। विराट कोहली वनडे क्रिकेट में सबसे तेज़ 14,000 रन पूरे करने वाले खिलाड़ी बने, मोहम्मद शमी ने 200 वनडे विकेट पूरे किए और रोहित शर्मा ने आईसीसी वनडे आयोजनों में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया।
 
 
2025 में टीम इंडिया की दूसरी बड़ी सफलता एशिया कप रही, जो 9 सितंबर से 28 सितंबर तक संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित हुआ। फाइनल मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को पाँच विकेट से हराकर नौवीं बार यह खिताब अपने नाम किया।
 
महिला क्रिकेट में भारत ने इतिहास रचते हुए 2025 में पहली बार आईसीसी महिला विश्व कप जीता। यह भारतीय महिला खेलों के इतिहास में एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी। यह सफलता अचानक नहीं मिली, बल्कि वर्षों की मेहनत और संघर्ष का परिणाम थी।
 
यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि महिला क्रिकेट में दशकों की मेहनत का प्रतिफल थी। यह टूर्नामेंट 30 सितंबर से 2 नवंबर तक आयोजित हुआ और फाइनल मुकाबला नवी मुंबई के डी वाई पाटिल स्टेडियम में खेला गया, जहाँ हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराया।
 
लीग चरण में भारत चौथे स्थान पर रहा, लेकिन नॉकआउट मुकाबलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम फाइनल तक पहुँची और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को मात दी। इस ऐतिहासिक जीत के बाद बीसीसीआई ने टीम के लिए 51 करोड़ रुपये की नकद इनामी राशि की घोषणा की।
 
इसके अलावा आईसीसी ने 45 लाख अमेरिकी डॉलर का पुरस्कार घोषित किया, जो भारतीय मुद्रा में लगभग 39.78 करोड़ रुपये था। इस तरह भारतीय महिला टीम को कुल मिलाकर लगभग 123 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि मिली।
 
 
ब्लाइंड क्रिकेट में भी भारत ने बड़ी उपलब्धि हासिल की, जब भारतीय टीम ने पहली बार आयोजित ब्लाइंड महिला टी20 विश्व कप का खिताब जीता। इस टूर्नामेंट में भारत, नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका की टीमों ने हिस्सा लिया। भारतीय टीम पूरे टूर्नामेंट में अजेय रही और खिताब अपने नाम किया। भारतीय खिलाड़ियों ने श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान को हराया और फाइनल में नेपाल को मात देकर इतिहास रच दिया।
 
 
हॉकी में भी लंबे समय बाद भारतीय प्रशंसकों को जश्न मनाने का मौका मिला, जब सितंबर 2025 में भारतीय हॉकी टीम ने एशिया कप जीतकर ट्रॉफी अपने नाम की। फाइनल में भारत ने दक्षिण कोरिया को 4–1 से हराया।
 
इस जीत के साथ आठ साल बाद एशिया कप भारत की झोली में आया और टीम ने आगामी विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई किया। यह टूर्नामेंट अगस्त और सितंबर में बिहार के राजगीर में आयोजित हुआ, जहाँ मेज़बान भारत ने ग्रुप चरण में अजेय रहते हुए शानदार प्रदर्शन किया और फिर फाइनल में दक्षिण कोरिया को हराकर खिताब जीता।
 
सुपर फोर चरण में कप्तान हरमनप्रीत सिंह के नेतृत्व में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों ने बेहतरीन खेल दिखाया। यह जीत पिछले कुछ वर्षों की कमजोरियों से उबरते हुए बेहतर रणनीति और मज़बूत रक्षा पंक्ति का प्रतीक बनी।
 
 
पैरालंपिक खेलों में भी भारत ने अपनी पहचान मज़बूत की। विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 का आयोजन पहली बार भारत की राजधानी नई दिल्ली में 27 सितंबर से 5 अक्टूबर तक हुआ।
 
मेज़बान भारत ने अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कुल 22 पदक जीते, जिनमें 6 स्वर्ण, 9 रजत और 7 कांस्य शामिल थे, और समग्र पदक तालिका में दसवाँ स्थान हासिल किया। इससे पहले 2024 में जापान के कोबे में आयोजित चैंपियनशिप में भारत ने 17 पदक जीते थे।
 
इस बार भारतीय दल में 73 खिलाड़ी शामिल थे, जिनमें 54 पुरुष और 19 महिलाएँ थीं। प्रतियोगिता में भारतीय खिलाड़ियों ने 3 चैंपियनशिप रिकॉर्ड, 7 एशियाई रिकॉर्ड बनाए और 30 से अधिक व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज किए। इस वैश्विक प्रतियोगिता में 104 देशों के 2000 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया।
 
 
टीम उपलब्धियों के साथ-साथ व्यक्तिगत स्तर पर भी भारतीय खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन किया। भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने 90 मीटर से अधिक दूरी तक भाला फेंककर इतिहास रच दिया और भारतीय एथलेटिक्स में एक नया अध्याय जोड़ा।
 
शतरंज में डी. गुकेश ने विश्व शतरंज चैंपियन बनकर बड़ी उपलब्धि हासिल की। निशानेबाज़ी में मनु भाकर को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया, जबकि सम्राट राणा 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में विश्व चैंपियन बने। तीरंदाजी में ज्योति सुरेखा वेन्नम ने कंपाउंड आर्चरी में कांस्य पदक जीतकर वर्ल्ड कप फाइनल में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर इतिहास रच दिया।
 
इस तरह 2025 भारतीय खेलों के लिए सीमाएँ लांघने वाला साल साबित हुआ। ये उपलब्धियाँ साहस, नवाचार और सामूहिक खुशी के प्रतीक बनकर उभरीं। इस वर्ष रखी गई मजबूत नींव से 2026 में और भी ऊँचाइयों की उम्मीद जगती है। आशा है कि आने वाला वर्ष और अधिक पदक, खिताब और यादगार कहानियाँ लेकर आएगा।