गुलाम कादिर /भोपाल
भोपाल में चार दिवसीय वैश्विक उपदेश यानी तब्लीगी इज्तिमा की तारीख का ऐलान कर दिया गया है. विश्व तब्लीगी जलसा, जो हमेशा नवंबर में होता है, इस साल सूबे के विधानसभा चुनाव को देखते हुए जमावड़ा कमेटी ने जलसे को नवंबर में आयोजित करने के बजाय दिसंबर में करने का फैसला किया है. इसकी शुरुआत 8 दिसंबर से होगी.
पहले छोटे स्तर पर होता था इज्तिमा
बता दें कि वैश्विक तब्लीगी जमात की नींव 1947 में भोपाल में रखी गई थी. पहले कुछ वर्षों तक जमात में भोपाल और आसपास के जिलों की मंडलियां शामिल थीं.
धीरे-धीरे जमात का महत्व बढ़ता गया. एक दशक से भी कम समय में जमात को राष्ट्रीय ख्याति मिल गई. फिर सत्तर के दशक में जमात को अंतरराष्ट्रीय शोहरत प्राप्त हो गई.
उल्लेखनीय है कि जब से जमात शुरू हुई है, तब से कोविड के एक वर्ष को छोड़कर लगातार हर वर्ष इसका आयोजन होता रहा है. जलसे के आयोजन का मकसद अल्लाह के बंदों तक अल्लाह का संदेश पहुंचाना और दुनिया में शांति स्थापित करना है.
इज्मिा यानी जलसे का इतिहास
भोपाल में होने वाला 17 वां विश्व तब्लीगी सम्मेलन घासीपुरा ईंट खेड़ी में होगा. पिछले वर्षों में देश-विदेश से आने वाले दलों की संख्या को देखते हुए इस वर्ष पिछले वर्षों की तुलना में बड़े पैमाने पर तैयारी करने का निर्णय लिया गया है.
जहां जमातियों के लिए सभा स्थल पर रहने और खाने के लिए अलग-अलग क्षेत्र बनाए जाएंगे, वहीं इस्लामी विद्वानों के बोलने के लिए 15 लाख वर्ग फीट में पंडाल बनाया जाएगा.
वैश्विक तब्लीगी जमात का समापन सामूहिक प्रार्थना के साथ होगा. संपूर्ण वैश्विक तब्लीगी जमात ग्रीन जमात क्लीन जमात की थीम पर होगी. जमात में न केवल बीड़ी सिगरेट पर प्रतिबंध होगा, पलाथिन का इस्तेमाल भी नहीं किया जा सकेगा.
वैश्विक तब्लीगी जमात की शुरुआत घाटीभार भाजा की एक मस्जिद से हुई थी. फिर जमात को अता शुजा खान की मस्जिद में स्थानांतरित कर दिया गया. जब जमात में मंडलियों की संख्या बढ़ी, तो जमात को एशिया की सबसे बड़ी मस्जिद, भोपाल की ताज-उल में स्थानांतरित कर दिया गया.
जब ताज-उल-मस्जिद ने सभा में आए तौहीद के बच्चों के सामने अपनी संकीर्णता की शिकायत की, तो वैश्विक उपदेश सभा को 2000 में ताज-उल-मस्जिद से एंट खेड़ी में स्थानांतरित कर दिया गया. इस वर्ष भी वैश्विक तब्लीगी जलसे का आयोजन घासीपुरा ईंटखेड़ी में होगा.
जानिए, जलसे में कब क्या होगा ?
विश्व तब्लीगी जलसे की तारीख की घोषणा और जलसे के आयोजन के संबंध में जलसे कमेटी के प्रवक्ता हाजी अतीकुल इस्लाम ने कहा कि जलसे के आयोजन का निर्णय लिया गया है.
इस वर्ष दिसंबर में वैश्विक तब्लीगी सभा होगी. 8 दिसंबर से वैश्विक उपदेश सभा कुरान के साथ शुरू होगी. 11 दिसंबर को सामूहिक दुआ के साथ समाप्त होगी. नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है, इसलिए मरकज की ओर से दिसंबर में बैठक कराने का निर्णय लिया गया है.
यह हम भोपालवासियों के लिए धर्मसभा में आने वालों की सेवा करने का एक विशेष अवसर है. पिछले वर्षों से बड़े पैमाने पर सभा का आयोजन किया जाएगा. देश के अलावा विदेश से भी पार्टियों के आने की संभावना है.
सभा की व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन, कलेक्टर, कमिश्नर, नगर निगम को पत्र लिखा गया है ताकि आयोजन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके.
...इसलिए सिर्फ वजू खाना बनेगा
देश के सबसे साफ शहरों की लिस्ट में भोपाल 6वें पायदान पर है, इसलिए इज्तिमे में सफाई को लेकर सीख दी जाएगी. लिहाजा, नॉनवेज खाना नहीं मिलेगा. चार दिन तक सिर्फ वेज खाना ही परोसा जाएगा.
खाने में वेज पुलाव, सब्जी-रोटी, दाल-चावल मिलेंगे, नाश्ते में पाव-भाजी, हलवा और चाय मिलेगी. पीने के पानी की भी व्यवस्था रहेगी. पिछले इज्तिमे में भी यह प्रयास किया गया था.