क्रिसमस 2025 : भारत के 7 ऐतिहासिक चर्च जो बनाते हैं पर्व को खास

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 23-12-2025
Famous churches in India without which Christmas is incomplete
Famous churches in India without which Christmas is incomplete

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली  

भारत में ईसाई धर्म की विरासत सदियों पुरानी है और इसका प्रमाण देशभर में फैले ऐतिहासिक चर्च हैं। क्रिसमस के दौरान इन चर्चों की भव्य सजावट, मध्यरात्रि प्रार्थनाएं (Midnight Mass), संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम हर साल लाखों लोगों को आकर्षित करते हैं। आइए एक विस्तृत नज़र डालते हैं

बेसिलिका ऑफ़ बोम जीसस चर्च गोवा | गोवा में चर्च | गोवा पर्यटन

1. बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस, ओल्ड गोवा

निर्माण वर्ष: 1605

वास्तुकला शैली: बारोक और पुर्तगाली शैली

विशेष पहचान:

  • सेंट फ्रांसिस ज़ेवियर के संरक्षित अवशेष यहां कांच के ताबूत में रखे हैं।

  • चर्च के अंदर की लकड़ी की नक्काशीसोने की सजावट और अद्भुत वेदी प्रसिद्ध है।

  • हर दस साल में अवशेषों का सार्वजनिक दर्शन (Exposition) करवाया जाता है।

क्रिसमस अनुभव:

  • भव्य सजावट, कैरल गायन, मोमबत्ती जुलूस और मध्यरात्रि प्रार्थना यहाँ को अति विशेष बनाते हैं।

  • हजारों पर्यटक और भक्त यहाँ मौजूद होते हैं।

स्थान एवं पहुँच:

ओल्ड गोवा, पणजी से लगभग 10 किलोमीटर दूरी पर।

St. Paul's Cathedral Kolkata | Church of the Holy Spirit | Incredible India

2. सेंट पॉल्स कैथेड्रल, कोलकाता

निर्माण वर्ष: 1847

वास्तुकला शैली: इंडो-गॉथिक

विशेष आकर्षण:

  • लंबा नैव हॉल, लकड़ी की छत, और रंगीन कांच की स्टेन-ग्लास विंडोज़ चर्च को बेहद सुंदर बनाती हैं।

  • इसमें कई ऐतिहासिक स्मारक और ब्रिटिश काल की मूर्तियाँ मौजूद हैं।

  • भूकंप के बाद इसके शिखर को फिर से बनाया गया था, जो इसकी पहचान बन गया है।

क्रिसमस अनुभव:

  • मिडनाइट मास और क्वायर कैरल सिंगिंग देशभर में मशहूर है।

  • चर्च के सामने की बाहरी लाइटिंग और क्रिब सेट (Jesus Crib) विशेष आकर्षण होता है।

स्थान:

मेडेन के पास, कोलकाता शहर के मध्य में।

वेलंकन्नी चर्च, तमिलनाडु - प्रार्थना समय, इतिहास, तस्वीरें

3. वेलांकन्नी चर्च, तमिलनाडु

(बेसिलिका ऑफ आवर लेडी ऑफ गुड हेल्थ)

निर्माण: 16वीं शताब्दी

वास्तुकला शैली: यूरोपीय गोथिक

विशेष आकर्षण:

  • यह जगह चमत्कारों के लिए प्रसिद्ध है।

  • समुद्र किनारे बसे इस चर्च में विशाल परिसर, लैटिन, तमिल और अंग्रेज़ी में प्रार्थनाएं होती हैं।

  • हर साल लाखों यात्री यहां मन्नतें मांगने आते हैं।

क्रिसमस अनुभव:

  • परिसर में विशाल क्रिब प्रदर्शन, विशेष प्रार्थना सभा और लाइटिंग दिखती है।

  • समुद्र किनारे क्रिसमस कैरल विशेष आकर्षण।

स्थान:

नागपट्टिनम, तमिलनाडु — चेन्नई से लगभग 300 किमी।

सेंट फिलोमेना कैथेड्रल, मैसूर - विकिपीडिया

4. सेंट फिलोमेना कैथेड्रल, मैसूर

निर्माण वर्ष: 1936

वास्तुकला शैली: नियो-गोथिक (जर्मनी के कोलोन कैथेड्रल से प्रेरित)

विशेष आकर्षण:

  • इसके दो 175 फीट ऊंचे शिखर मैसूर शहर की पहचान हैं।

  • चर्च के नीचे भूमिगत चैपल भी है।

  • अंदर की रंगीन कांच की खिड़कियाँ (Stained Glass) यीशु के जीवन का चित्रण करती हैं।

क्रिसमस अनुभव:

  • हजारों लोगों के साथ भव्य प्रार्थना सभा, मैसूर पैलेस जैसी भव्य रोशनी,

  • चर्च के सामने सांस्कृतिक समारोह और कैरल संगीत।

Church of Saint Francis, Kochi (Cochin) - Tripadvisor

5. सेंट फ्रांसिस चर्च, कोच्चि

निर्माण वर्ष: 1503

विशेष महत्व: भारत का सबसे पुराना यूरोपीय चर्च

ऐतिहासिक तथ्य:

  • प्रसिद्ध अन्वेषक वास्को-दा-गामा की मौत के बाद 1524 में पहली बार यहां दफनाया गया था।

  • बाद में उनके अवशेष पुर्तगाल ले जाए गए, लेकिन यहाँ उनकी कब्र आज भी मौजूद है।

  • यह चर्च भारत में औपनिवेशिक इतिहास का सजीव उदाहरण है।

क्रिसमस अनुभव:

  • पारंपरिक तरीके से मनाया जाने वाला क्रिसमस; अत्यधिक सजावट नहीं, बल्कि शांति और आध्यात्मिकता इसका आकर्षण है।

सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल दिल्ली (समय, इतिहास, निर्माता, स्थान, चित्र और तथ्य)  - दिल्ली पर्यटन 2025

6. सैक्रेड हार्ट कैथेड्रल, नई दिल्ली

निर्माण वर्ष: 1930

वास्तुकला: इटालियन शैली के प्रभावों के साथ लाल-सफेद पत्थर

विशेष आकर्षण:

  • विशाल खुले प्रांगण, शानदार वेदी और शांत वातावरण।

  • दिल्ली धर्मप्रांत का सबसे बड़ा चर्च।

क्रिसमस अनुभव:

  • हजारों लोग मध्यरात्रि प्रार्थना में शामिल होते हैं।

  • बच्चों के कैरल, संगीत bands और जीवंत "जन्म दृश्य" (Nativity Scene) बड़ी संख्या में लोगों को आकर्षित करते हैं।

All Saints Cathedral, Prayagraj - Wikipedia

7. आल सेंट्स कैथेड्रल, प्रयागराज (पट्थर गिरजा)

निर्माण वर्ष: 1871–1891

वास्तुकला शैली: गॉथिक रिवाइवल

विशेष आकर्षण:

  • गुलाबी बलुआ पत्थर से निर्मित शानदार चर्च, ऊँचे मेहराब और लंबा भव्य हॉल।

  • रंगीन कांच की खिड़कियाँ चर्च के अंदर अद्भुत प्रकाश रचती हैं।

  • इसकी घंटियों की आवाज पूरे क्षेत्र में गूंजती है।

क्रिसमस अनुभव:

  • भव्य सजावट, बड़ा क्रिसमस ट्री, और मध्यरात्रि प्रार्थना

  • प्रयागराज में क्रिसमस मनाने का मुख्य केंद्र।

इन चर्चों की ऐतिहासिक महिमा, वास्तुकला और आध्यात्मिकता भारत की विरासत को एकजुट करती है। क्रिसमस के दौरान इनका अनुभव सांस्कृतिक, धार्मिक और भावनात्मक — तीनों रूपों में अत्यंत समृद्ध होता है।