वर्ल्ड बॉक्सिंग कप 2025: भारत ने जीते 17 मेडल, विजेंदर ने सराहा खिलाड़ियों का जज़्बा

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 25-07-2025
World Boxing Cup 2025: India won 17 medals, Vijender praised the spirit of the players
World Boxing Cup 2025: India won 17 medals, Vijender praised the spirit of the players

 

नई दिल्ली

ओलंपिक पदक विजेता और भारत के स्टार मुक्केबाज़ विजेंदर सिंह ने हाल ही में कज़ाखस्तान के अस्ताना में संपन्न हुए वर्ल्ड बॉक्सिंग कप 2025 में भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन पर खुशी जताई है.

भारत ने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में कुल 11 पदक हासिल किए, जिनमें 3 स्वर्ण, 5 रजत और 3 कांस्य पदक शामिल हैं. इससे पहले ब्राज़ील में आयोजित वर्ल्ड बॉक्सिंग कप (31 मार्च–5 अप्रैल) में भी भारत ने दमदार प्रदर्शन किया था. इन दोनों टूर्नामेंटों के पदक विजेताओं को गुरुवार को एक भव्य सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया.

मीडिया से बात करते हुए विजेंदर सिंह ने कहा:“हमारी बॉक्सिंग टीम का प्रदर्शन बेहद अच्छा रहा है. मैं विशेष रूप से फेडरेशन और अजय सिंह जी का धन्यवाद करता हूं, जो हर बार एक कॉल पर उपलब्ध रहते हैं. उन्होंने इतना शानदार सम्मान समारोह आयोजित किया — यह वाकई काबिले-तारीफ है. मैं हमारे लड़कों और लड़कियों को भी बधाई देता हूं जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम रोशन किया. आपने कुल 17 पदक जीते हैं — यह कोई छोटी बात नहीं है, यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। मैं आप सभी को दिल से धन्यवाद देता हूं.”

इस सम्मान समारोह के दौरान भारतीय बॉक्सिंग महासंघ (BFI) ने ब्राज़ील और कज़ाखस्तान में पदक जीतने वाले 17 भारतीय मुक्केबाज़ों के लिए ₹17.5 लाख के पुरस्कार की घोषणा की.

  • स्वर्ण पदक विजेताओं को ₹2 लाख,

  • रजत पदक विजेताओं को ₹1 लाख,

  • और कांस्य पदक विजेताओं को ₹50,000 की पुरस्कार राशि दी जाएगी.

यह पुरस्कार उस समय घोषित किया गया है जब भारत की राष्ट्रीय मुक्केबाज़ी कोर टीम पटियाला कैंप में जोरदार ट्रेनिंग कर रही है. उनका अगला लक्ष्य सितंबर में लिवरपूल में होने वाली वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप और साल के अंत में नई दिल्ली में आयोजित होने वाला वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल है.

खास बात यह रही कि चीन ने भी भारतीय बॉक्सिंग महासंघ से रणनीतिक साझेदारी के प्रस्ताव पर चर्चा की है. यह प्रस्ताव जूनियर, सब-जूनियर और एलीट लेवल पर संयुक्त प्रशिक्षण शिविर और स्पैरिंग एक्सचेंज जैसे कार्यक्रमों को लेकर है. यह भारतीय मुक्केबाज़ी के विकास के लिए एक नई दिशा खोल सकता है.

भारत की बढ़ती मुक्केबाज़ी ताकत अब वैश्विक मंच पर नया मुकाम हासिल करने की ओर अग्रसर है.