ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
बांदीपोरा जिले में स्थित वुलर झील, जो श्रीनगर से लगभग 67 किलोमीटर दूर और हरमुक्ह पर्वतों के पास स्थित है, में एक बार फिर से कमल के फूल खिलने लगे हैं. यह सुखद घटना 30 वर्षों के बाद हुई है, और इसे एक बड़ी पर्यावरणीय सफलता के रूप में देखा जा रहा है. वुलर झील में कमल की बहार पर 'ग्रेटर कश्मीर' ने एक शानदार रिपोर्ट की साथ में इनकी तस्वीरें भी लाजवाब हैं. नीचे पढ़िए विस्तृत रिपोर्ट.
भारतीय एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर 1992 में कश्मीर में आई भयंकर बाढ़ ने इस क्षेत्र के प्राकृतिक परिदृश्य को गहरे प्रभाव से प्रभावित किया था, विशेष रूप से वुलर झील, जो एशिया की सबसे बड़ी ताजे पानी की झीलों में से एक मानी जाती है.
वुलर झील में दशकों बाद फिर खिले कमल
1992 की बाढ़ ने भारी मात्रा में पानी और सिल्ट को झील में पहुंचाया था, जिससे झील के तल में गाद की परत जमा हो गई थी. इस सिल्ट ने झील की जैविक विविधता, विशेष रूप से कमल के फूलों के विकास को बाधित कर दिया था, और इसने झील की पारिस्थितिकी तंत्र को गंभीर रूप से प्रभावित किया था. इसके अतिरिक्त, बाढ़ के कारण झील में पानी के प्राकृतिक प्रवाह में भी बदलाव आया था, जो इसके पारिस्थितिकी तंत्र के लिए एक दीर्घकालिक संकट बन गया.
हालाँकि, हाल के वर्षों में वुलर झील के पुनरुद्धार के प्रयासों ने सकारात्मक परिणाम दिखाए हैं. वुलर संरक्षण और प्रबंधन प्राधिकरण (WUCMA) ने इस झील से 79 लाख घन मीटर सिल्ट को निकालने का कार्य शुरू किया था, और अब उसके परिणाम सामने आने लगे हैं. पिछले साल, लगभग तीन दशकों बाद, झील में कमल के फूल फिर से उगने लगे थे, जो पर्यावरणीय पुनरुद्धार की ओर एक बड़ा कदम था.
WUCMA के जोनल अधिकारी मुदसिर अहमद ने भारतीय एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, "इस साल झील में बेहतर स्थिति देखने को मिली है. हम पूरी तरह से उम्मीद करते हैं कि झील का फूलों का जीवन और भी अधिक पुनर्जीवित होगा."
अधिकारियों का कहना है कि झील के पुनरुद्धार के अगले चरण में, मुख्य जलधाराओं पर रिटेंशन बेसिन बनाए जाएंगे, ताकि आगे कोई गंदगी और सिल्ट झील में न घुस सके और पुनरुद्धार की प्रक्रिया को नुकसान न पहुंचे.
वुलर झील का यह पुनरुद्धार न केवल कश्मीर के पर्यावरण के लिए एक सकारात्मक संकेत है, बल्कि यह उन प्रयासों का भी परिणाम है जो स्थानीय प्रशासन और पर्यावरण विशेषज्ञों ने मिलकर इस ऐतिहासिक झील को उसके पुराने रूप में लौटाने के लिए किए हैं.