आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच चल रही टी20 सीरीज़ में पाकिस्तान की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। अपने प्रमुख खिलाड़ियों - बाबर आज़म, मोहम्मद रिज़वान, शाहीन शाह अफरीदी, नसीम शाह और हारिस रऊफ़ - की अनुपस्थिति में, पाकिस्तान को ढाका में खेले गए पहले मुकाबले में सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा। टीम के अनुभव की कमी साफ तौर पर नज़र आई, जो स्कोरबोर्ड पर भी दिखी।
पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान की पूरी टीम महज़ 109 रन पर 19.3 ओवर में ढेर हो गई। फखर ज़मान ने 34 गेंदों पर 44 रन बनाकर सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर किया। वो इस युवा टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी थे। टॉप और मिडिल ऑर्डर बुरी तरह से लड़खड़ा गया और पाकिस्तान एक समय 8वें ओवर में 46/5 के स्कोर पर था। इतने छोटे स्कोर का बचाव करना मुश्किल था, लेकिन पाकिस्तान के गेंदबाजों ने कुछ संघर्ष जरूर दिखाया – खासकर डेब्यू कर रहे सलमान मिर्जा ने।
सलमान मिर्जा ने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में दो महत्वपूर्ण विकेट झटके और बांग्लादेश को शुरुआती झटके दिए। उन्होंने पावरप्ले में तंजीद हसन तमिम और लिटन दास को एक-एक रन पर आउट किया। हालांकि, इसके बाद बांग्लादेश ने वापसी की और 27 गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर लिया। परवेज़ हुसैन एमोन ने 39 गेंदों पर नाबाद 56 रन बनाए, जिसमें तीन चौके और पांच छक्के शामिल थे।
जहां एक ओर पाकिस्तान अपने सीनियर खिलाड़ियों को आराम दे रहा है, वहीं ये समय बेंच स्ट्रेंथ को परखने का बेहतरीन मौका है। और सलमान मिर्जा एक बेहद संभावनाशील खिलाड़ी के रूप में उभरे हैं।
सलमान मिर्जा कौन हैं?
सलमान मिर्जा एक बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं, जो खेलने की शैली में काफी हद तक शाहीन शाह अफरीदी से मिलते-जुलते हैं। वह गेंद को दोनों दिशाओं में स्विंग कराने की क्षमता रखते हैं और अच्छी रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। उनके आंकड़ों पर नजर डालें तो मिर्जा अब तक 23 टी20 मुकाबले खेल चुके हैं, जिनमें उन्होंने 14.74 की औसत से 39 विकेट चटकाए हैं। खास बात यह है कि उनके नाम तीन बार चार विकेट लेने का कारनामा दर्ज है।
पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) में मिर्जा लाहौर कलंदर्स की ओर से खेलते हैं और अब तक छह मैचों में 11 विकेट ले चुके हैं, जिसमें एक चार विकेट हॉल भी शामिल है।
सलमान मिर्जा की यह तेज़ और स्विंग से भरपूर गेंदबाजी पाकिस्तान को नई ताकत दे सकती है, और यदि वह ऐसे ही प्रदर्शन करते रहे, तो वह शाहीन अफरीदी की जगह के लिए भी चुनौती बन सकते हैं।