यूरोपीय संघ और बांग्लादेश फुटबॉल महासंघ के बीच सहयोग की नई संभावनाएँ

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 22-12-2025
New possibilities for cooperation between the European Union and the Bangladesh Football Federation.
New possibilities for cooperation between the European Union and the Bangladesh Football Federation.

 

नई दिल्ली

यूरोपीय संघ विश्व के सबसे प्रभावशाली और संगठित अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में से एक है। बांग्लादेश में यूरोपीय संघ के राजदूत चार्ल्स मिलर ने हाल ही में बांग्लादेश फुटबॉल महासंघ (बीएफएफ) भवन का शिष्टाचार दौरा किया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच भविष्य में मिलकर काम करने और खेलों के माध्यम से सहयोग बढ़ाने को लेकर सकारात्मक चर्चा हुई।

दौरे के दौरान यूरोपीय संघ के राजदूत ने कहा कि उनका उद्देश्य बांग्लादेश में खेल संघों, विशेषकर फुटबॉल महासंघ, को प्रायोजित करने की संभावनाओं का आकलन करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह शुरुआती स्तर की बातचीत है, लेकिन इसके माध्यम से भविष्य की दिशा तय हो सकती है। मौजूदा राजनीतिक और चुनावी चुनौतियों का उल्लेख करते हुए भी उन्होंने आशावादी रुख अपनाया और कहा कि बांग्लादेश के उज्ज्वल पक्षों पर ध्यान देना जरूरी है—खासतौर पर युवाओं के करियर निर्माण, राष्ट्रीय विकास और अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में एकजुट समर्थन की भावना को मज़बूत करने पर।

फुटबॉल बांग्लादेश का लोकप्रिय खेल है और बीएफएफ देश के प्रमुख खेल संगठनों में गिना जाता है। इस संदर्भ में राजदूत मिलर ने कहा कि यूरोपीय संघ के पास बीएफएफ के लिए कोई “तैयार समाधान” नहीं है, लेकिन वे संवाद और साझेदारी के ज़रिये वास्तविक बदलाव लाने के तरीकों पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

विश्व फुटबॉल में यूरोप की मज़बूत भूमिका को देखते हुए यह दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बीएफएफ अध्यक्ष तबिथ अवल ने बताया कि बैठक में कार्यकारी समिति, महिला टीम प्रबंधन, महिला रेफरी और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल के बीच विचारों का आदान-प्रदान हुआ। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों का साझा लक्ष्य बांग्लादेश के विकास और फुटबॉल के उत्थान में योगदान देना है।

यूरोपीय संघ लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण पर विशेष रूप से काम करता रहा है। बांग्लादेश की महिला फुटबॉल टीम की प्रगति को सराहते हुए महिला रेफरी सलमा ने भी राजदूत से मुलाकात की। तबिथ अवल के अनुसार, यूरोपीय संघ अब खेलों को सामाजिक विकास, जागरूकता और सद्भावना बढ़ाने के एक प्रभावी माध्यम के रूप में देख रहा है, जो दोनों संगठनों के सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।