वर्ल्ड कप 2026 क्वालिफायर्स के मुकाबले सोमवार को फुटबॉल प्रेमियों के लिए बेहद रोमांचक साबित हुए। एक ओर स्वीडन को कोसोवो के हाथों 2-0 की अप्रत्याशित हार झेलनी पड़ी, वहीं दूसरी ओर इटली और इसराइल के बीच खेले गए मुकाबले में कुल नौ गोल हुए और इटली ने आखिरी मिनट में गोल कर 5-4 से शानदार जीत हासिल की। इस मुकाबले में कई दिलचस्प मोड़ आए, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा में रहा सैंड्रो टोनाली का स्टॉपेज टाइम में किया गया विजयी गोल और लिवरपूल के लिए £125 मिलियन में साइन किए गए अलेक्जेंडर इसाक की मैदान पर वापसी।
स्वीडन की हार की शुरुआत 26वें मिनट में हुई, जब कोसोवो के एल्विस रेक्सहब्काज का शॉट गोलकीपर रॉबिन ओल्सन से टकराकर उनके ही शिन से वापस गोल में चला गया। इसके बाद वेदात मुरिकी ने हाफ टाइम से ठीक पहले एक और गोल कर कोसोवो की बढ़त 2-0 कर दी। स्वीडन ने 72वें मिनट में अलेक्जेंडर इसाक को सब्स्टीट्यूट के तौर पर उतारा, जो क्लब विवाद के कारण काफी समय से मैदान से दूर थे। हालांकि उनके साथ ही मैदान पर पहले से मौजूद आर्सेनल के महंगे स्ट्राइकर विक्टर ग्योकरेस भी कोई कमाल नहीं दिखा पाए और स्वीडन बिना कोई गोल किए हार गया।
मैच के बाद इसाक ने कहा कि वह वापसी करके खुश हैं और अब सारा ध्यान फुटबॉल पर है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि ट्रांसफर प्रक्रिया मानसिक रूप से चुनौतीपूर्ण रही, लेकिन इससे उन्हें सीख मिली। इसाक ने न्यूकैसल पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए क्लब से दूरी बना ली थी और उन्होंने लिवरपूल में आने को अपने करियर का सकारात्मक मोड़ बताया। इस हार के बाद ग्रुप बी में कोसोवो तीन अंकों के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गया है, जबकि स्विट्ज़रलैंड दो जीत के साथ टॉप पर बना हुआ है। स्वीडन एक अंक के साथ तीसरे स्थान पर है।
दूसरी ओर, इटली और इसराइल के बीच खेला गया मुकाबला वाकई में एक फुटबॉल थ्रिलर रहा। इटली ने इस मुकाबले में दो बार पिछड़ने के बावजूद वापसी की, दो आत्मघाती गोल खाए, एक बार अंत में बराबरी झेली और फिर सैंड्रो टोनाली के गोल से जीत हासिल की। मैच की शुरुआत में ही मैनुएल लोकाटेली के आत्मघाती गोल ने इसराइल को बढ़त दिला दी। 40वें मिनट में मोइज़ कीन ने बराबरी का गोल किया, लेकिन दूसरे हाफ में इसराइल ने एक बार फिर बढ़त बना ली जब मानोर सोलोमन की मदद से डोर पेरेट्ज़ ने गोल दागा।
लेकिन इटली की वापसी फिर हुई — मोइज़ कीन ने हाफ वॉली से स्कोर बराबर किया और माटेओ पोलितानो ने 58वें मिनट में गोल कर टीम को पहली बार बढ़त दिलाई। इसके बाद 79वें मिनट में गियाकोमो रास्पाडोरी ने चौथा गोल किया और लगा कि इटली अब जीत की ओर बढ़ चुकी है। मगर 87वें मिनट में एलेसांद्रो बास्तोनी के आत्मघाती गोल और 89वें मिनट में डोर पेरेट्ज़ के हेडर ने स्कोर 4-4 कर दिया। तभी स्टॉपेज टाइम में सैंड्रो टोनाली ने बॉक्स के बाहर से दमदार शॉट मारकर निर्णायक गोल कर दिया और इटली को 5-4 से जीत दिलाई।
मैच के बाद इटली के कोच जेनारो गट्टूजो ने स्वीकार किया कि यह उनकी कोचिंग का सबसे पागलपन भरा मैच था। उन्होंने कहा कि टीम ने कई बार जरूरत से ज्यादा आक्रामक रुख अपनाया, जब उन्हें रक्षात्मक खेल दिखाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि टीम को सामूहिक रणनीति और डिफेंस में सुधार की ज़रूरत है, लेकिन खिलाड़ियों के प्रयासों की तारीफ भी की। गट्टूजो ने यह भी बताया कि टीम ने कभी हार नहीं मानी और हर बार पिछड़ने के बावजूद तुरंत जवाब दिया।
गौरतलब है कि इटली पिछले दो वर्ल्ड कप से बाहर रही है और इस बार भी क्वालिफाइंग की शुरुआत नॉर्वे से 3-0 की हार के साथ हुई थी, जिसके बाद कोच लुसियानो स्पेलेत्ती को बर्खास्त कर गट्टूजो को नियुक्त किया गया। गट्टूजो के मार्गदर्शन में अब टीम ने दो लगातार मुकाबले — एस्टोनिया को 5-0 और अब इसराइल को 5-4 — जीत लिए हैं। लेकिन गट्टूजो मानते हैं कि इस जीत के बावजूद डिफेंस और रणनीति में काफी सुधार की जरूरत है।
इस तरह सोमवार का दिन यूरोपीय वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स के लिए बेहद उतार-चढ़ाव भरा रहा, जहां स्वीडन जैसे मजबूत नाम को झटका लगा और इटली ने एक ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इसाक की वापसी और टोनाली के विजयी गोल के साथ यह मुकाबला लंबे समय तक याद रखा जाएगा।