आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
महान खिलाड़ी सुनील गावस्कर का मानना है कि अगर संजू सैमसन जैसी काबिलियत वाले खिलाड़ी को 15 सदस्यीय भारतीय टीम में चुना जाता है तो आगामी एशिया कप में अंतिम एकादश चुनते समय उन्हें निश्चित रूप से बाहर नहीं रखा जा सकता.
गावस्कर केरल के इस धाकड़ खिलाड़ी को अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल के बाद तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते देखना चाहते हैं.
गिल के टी20 टीम में उप कप्तान के रूप में वापसी करने के बाद यह तय था कि उन्हें फिर से पारी आगाज करने का मौका मिलेगा। टीम प्रबंधन के सामने अब मुश्किल फैसला है कि सैमसन को अंतिम एकादश में रखा जाए या उनके लिए शीर्ष तीन में जगह बनाई जाए या फिर जितेश शर्मा को खिलाया जाए जो फिनिशर की भूमिका से अच्छी वाकिफ हैं.
गावस्कर ने नौ सितंबर से यूएई में शुरू होने वाले टूर्नामेंट से पहले कहा, ‘‘अगर आप संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी को कोर टीम में लेते हैं तो आप उन्हें रिजर्व में नहीं छोड़ सकते.
उन्होंने कहा, ‘‘हां, मुझे लगता है कि किसी भी चयन समिति के लिए यह एक बहुत बड़ा सिरदर्द है कि आपके पास दो काबिल बल्लेबाज हों और संजू सैमसन जैसा कोई खिलाड़ी हो जो शायद तीसरे नंबर पर भी बल्लेबाजी कर सके और जरूरत पड़ने पर छठे नंबर पर ‘फिनिशर’ के तौर पर उतर सके.
गावस्कर ने कहा, ‘‘और जितेश ने आईपीएल में भी अच्छा प्रदर्शन किया है जहां वह बहुत अच्छा खेले। मुझे लगता है कि यह दौरे की चयन समिति के लिए एक सुखद सिरदर्द है.’’
वहीं 76 वर्षीय इस पूर्व खिलाड़ी को लगता है कि सैमसन को कम से कम कुछ मैच तो मिलेंगे ही। भारत 10 सितंबर को यूएई के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेगा.
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘"लेकिन मुझे लगता है कि शायद सैमसन को कम से कम पहले कुछ मैचों के लिए जितेश से पहले मौका मिल जाएगा। और फिर बाकी टूर्नामेंट में उनकी फॉर्म पर निर्भर करेगा। लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा ही होगा.
तिलक वर्मा और कप्तान सूर्यकुमार यादव हाल के वर्षों में आमतौर पर तीसरे और चौथे नंबर पर खेलते रहे हैं तो सैमसन को शीर्ष क्रम में कैसे जगह मिल सकती है, अगर वह मध्य क्रम में नहीं खेल रहे हैं जो उनकी पसंदीदा जगह नहीं है.