सामाजिक उद्यमी और पत्रकार के तौर पर प्रसिद्ध: सादिया मर्चेंट

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 03-05-2023
सामाजिक उद्यमी और पत्रकार के तौर पर प्रसिद्ध: सादिया मर्चेंट
सामाजिक उद्यमी और पत्रकार के तौर पर प्रसिद्ध: सादिया मर्चेंट

 

समीना सुमरा/ मुंबई

सशक्तिकरण में शिक्षा का स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण हैं. बिना शिक्षा के महिलाओं की प्रस्थिति में सकारात्मक परिवर्तन होना नामुमकिन है. शिक्षित स्त्रियां ही शिक्षित समाज का निर्माण कर सकती हैं. यदि एक स्त्री शिक्षित होती है तो ही वह अपनी शिक्षा को अपना हथियार बना कर समाज और परिवार के लिए एक उचित योगदान दे सकती है. इसके अलावा सबसे बढ़कर बात यह है कि शिक्षित स्त्री के कारण देश कि आर्थिक स्थिति और घरेलु उत्पादन में बढ़ोत्तरी होती है.

शिक्षा के कारण ही महिलाओं में जागरूकता आयी है और वे आज बिजनेस से लेकर टेक्नोलॉजी और हर क्षेत्र में पुरुषों से भी कदम से कदम मिलाकर काम कर रही है. हम आपको आज उस महिला से रूबरू कराने जा रहे हैं जिन्होंने मुंबई के कई क्षेत्रों में महिलाओं से मिलकर उन्हें शिक्षा का महत्व समझाया.

इन्हीं मेहनत का फल है जो अब सल्मस एरिया की महिलाएं भी अपने बारे में सोचने लगी है. हम उस महान महिला के साथ हुई बातचीत का कुछ छोटा सा अंश यहां पर पेश कर रहे हैं जिनके कारण अविकसित क्षेत्रों की महिलाओं ने महसूस किया है कि घर से बाहर भी जीवन है, महिलाओं में आत्मविश्वास का संचार हुआ और उनके व्यक्तित्व में निखार भी आया है.

यह महिला लड़कियां और महिलाओं की शिक्षा के क्षेत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है. इन्होंने कोरोना काल में भी काफी उत्कृष्ट कामगिरी की थी जिनके लिए इन्हें कई सारे सर्टिफिकेट्स भी मिले थे. योर महान महिला पेशे से पत्रकार हैं जिनका नाम सादिया मर्चेंट है.

सामाजिक उद्यमी और पत्रकार के तौर पर प्रसिद्ध: सादिया मर्चेंट

सवाल: क्या आप हमारे पाठकों को अपना परिचय दे सकते हैं?

सादिया मर्चेंट: मैं सादिया मर्चेंट हूं और एक मेमन मुस्लिम समुदाय से हूं. मैंने समाजशास्त्र में एमए किया है और केसी कॉलेज से पत्रकारिता में डिप्लोमा भी किया है. एक पत्रकार के रूप में पिछले दो दशकों से उर्दू टाइम्स के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया से जुड़ी हुई हूं. मैं सिंगल मदर हूं. मैं भी सामाजिक कार्यकर्ता हूं और सामाजिक कार्यों में मेरा दृढ़ विश्वास है. मुझे अपने सामाजिक कार्यों के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है.

सोशल वर्क मेरे खून में है क्योंकि मेरे पिता असलम मर्चेंट ने भी पिछले एक दशक में सोशल वर्क को काफी बढ़ावा दिया था. मैंने बीएमसी का चुनाव भी लड़ा था. मैंने एक पत्रकार के रूप में पूरे भारत के साथ-साथ संयुक्त राज्य अमेरिका और इस्लामी रिपब्लिक ईरान का दौरा भी है. मैंने एक क्राइम रिपोर्टर के रूप में बहुत सारी राजनीतिक, सामाजिक और आपराधिक गतिविधियों को भी कवर किया है. मैंने 26/11 के आतंकवादी हमले को भी कवर किया है और देखा है. मैं एक अध्यक्ष के रूप में एक एनजीओ परवाज़ फाउंडेशन भी चलाती हूं. मैं विशेष रूप से वैवाहिक मुद्दों के लिए सामाजिक परामर्शदाता भी हूं, एक प्रेरक वक्ता भी हूं और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देता हूं. मैंने विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में व्याख्यान आयोजित किए हैं और छात्रों को संबोधित किया है.

सवाल: अपने सफर के बारे में कुछ बताएं?

सादिया मर्चेंट: खैर, मैं प्रेस इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया में पिछले दो दशक से इस क्षेत्र में हूं. पत्रकारिता के क्षेत्र में होना एक बहुत बड़ा अनुभव है क्योंकि मैंने एक पत्रकार और क्राइम रिपोर्टर के रूप में अपनी यात्रा के दौरान बहुत अनुभव प्राप्त किया है. यह मेरे लिए बहुत बड़ी जीत है.

सवाल: पत्रकार बनने के लिए आपको कहां से प्रेरणा मिली?

सादिया मर्चेंट: मैं एक साहसी व्यक्ति हूं जो राजनीतिक, सामाजिक, शैक्षिक, गतिविधि से संबंधित कुछ गतिविधियों का हिस्सा बनना पसंद करती हूं और लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए दिन-प्रतिदिन अपराध के मामलों को कवर करना भी पसंद करती हूं. पत्रकारिता मेरा लक्ष्य और मेरे सामाजिक कार्यों को मैंने अपनी मंजिल बनाया हुआ है.

सवाल: एक महिला के रूप में आपको किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा और आपने उनसे कैसे सामना किया?

सादिया मर्चेंट: पत्रकारिता में ही नहीं, हर क्षेत्र में मैंने बहुत सारी चुनौतियों का सामना किया है. किंतु मैंने तय कर लिया था कि किसी भी क्षेत्र में या अपने जीवन के किसी भी मोड़ पर चुनौतियों से उबरने के लिए अपने काम के प्रति और अपने भीतर साहस और दृढ़ संकल्प होना चाहिए.

सवाल आपकी पर्सनल लाइफ में आप की प्रेरणा कौन है?

सादिया मर्चेंट : समाज के जिम्मेदार रहने के लिए मेरे परिवार, दोस्तों, गुरु ने मेरे जीवन के हर महत्वपूर्ण क्षण में मुझे हमेशा प्रोत्साहित और सराहा है.

सवाल: क्या आपको लगता है कि पत्रकारिता महिलाओं के लिए सबसे अच्छा पेशा है और क्यों?

सादिया मर्चेंट: जाहिर है. वे इस पेशे के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकती हैं और सभी प्रकार के अन्याय और भेदभाव के खिलाफ आवाज उठा सकती हैं.

सवाल: आप अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ को कैसे बैलेंस करती हैं?

सादिया मर्चेंट: समय प्रबंधन के माध्यम जिना ही जीवन जीने की कला है, एक अच्छा और संतोषजनक जीवन बिताने के लिए हमें अपनी जिम्मेदारियों को जानना चाहिए . अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में बैलेंस बनाए रखने के लिए अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में कुछ अनुशासन अच्छी तरह से रखना चाहिए.

सवाल: कौन सी महिलाएं आपको प्रेरित करती हैं?

सादिया मर्चेंट: शिक्षा और सामाजिक कार्य के क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएं महिलाएं. साथ ही खुद को उभारने वाली और स्वतंत्र महिलाएं मुझे सबसे ज्यादा प्रेरित करती हैं.

सवाल: आप सफलता हासिल करने की तमन्ना रखने वाली महिला पाठकों को क्या सलाह देना चाहते है?

सादिया मर्चेंट: विनम्र बनो और सीखो. किसी की भी पर्सनल बिलीफ (personal belief) को अपने रास्ते को अवरुद्ध न करने दें. जोखिम उठाएं और अपने लक्ष्यों को प्राथमिकता दें, केंद्रित रहें. आखिरकार, यह आपकी राय, कौशल और प्रतिभा में आपके विश्वास के बारे में है. किसी भी चीज को शेयर करने से डरो मत आपके विचार और आपकी मेहनत आपके लिए सफलता के द्वार खोल देंगे.

सवाल: हमारे पाठक आपको कहां ढूंढ सकते हैं और आपसे संपर्क में रह सकते हैं?

सादिया मर्चेंट: खैर, मैं सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय हूं और वे मुझसे बहुत अच्छे से संपर्क कर सकते हैं और अपने विचार और अनुभव साझा कर सकते हैं.

सवाल: कृपया वर्तमान शिक्षा प्रणाली पर अपने विचार साझा करें?

सादिया मर्चेंट: शिक्षा प्रणाली में सुधार की बहुत गुंजाइश है. हमें शिक्षा में इस तरह के आमूल-चूल परिवर्तन की आवश्यकता है ताकि एक छात्र भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सके. शिक्षा हमें जीवन के हर पहलू का पता लगाने की अनुमति देती है और हमें जीवन में कहीं भी ले जा सकती है. शिक्षा ज्ञान की प्यास है और आपकी शिक्षा को अगले स्तर तक ले जाने की महत्वाकांक्षा है.