नई दिल्ली
ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर में मंगलवार शाम उस समय साहित्यिक उत्साह का माहौल देखने को मिला, जब चर्चित कवि-राजनयिक अभय के द्वारा अनूदित 'हनुमान चालीसा' के अंग्रेज़ी संस्करण का लोकार्पण किया गया। यह अनुवाद ब्लूम्सबरी द्वारा प्रकाशित किया गया है, जो गोस्वामी तुलसीदास की इस अमर भक्ति काव्य रचना को आधुनिक पाठकों तक सरल और काव्यात्मक शैली में पहुँचाता है।
बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में पुस्तक प्रेमी कार्यक्रम में शामिल हुए और इस आयोजन को यादगार बना दिया। लोकार्पण के बाद अभय के और प्रसिद्ध सांस्कृतिक पत्रकार मुर्तज़ा अली ख़ान के बीच एक विचारोत्तेजक संवाद हुआ, जिसमें अनुवाद प्रक्रिया, साहित्यिक दृष्टिकोण और भक्ति साहित्य की आधुनिक पीढ़ी तक प्रासंगिकता जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।
अभय के ने बताया कि उन्हें यह अनुवाद करने की प्रेरणा कैसे मिली, उन्होंने मूल रचना के भावों की गरिमा को बनाए रखते हुए समकालीन पाठकों के लिए इसे कैसे प्रस्तुत किया। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे भक्ति काव्य आज की पीढ़ी के लिए साहस, सेवा और संकल्प का स्रोत बन सकता है।
इस मौके पर अभय के ने फूल बहादुर जैसे पहले मगही उपन्यास और कालिदास के मेघदूत व ऋतुसंहार के अनुवादों में अपने अनुभव साझा किए।
यह आयोजन न केवल हनुमान चालीसा की सार्वकालिक प्रासंगिकता को रेखांकित करता है, बल्कि अनुवाद की शक्ति और ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर की सांस्कृतिक भूमिका को भी मजबूत करता है।