#WorldEmojiDay2025: Chat is incomplete without emoji, know where it started
अर्सला खान/दिल्ली
आज का दिन उन छोटे-छोटे चेहरों और चिन्हों को समर्पित है, जो हमारी डिजिटल बातचीत को न सिर्फ़ रंगीन बनाते हैं, बल्कि उसमें भावनाओं का एक नया आयाम भी जोड़ते हैं. हर साल 17 जुलाई को मनाया जाने वाला ‘वर्ल्ड इमोजी डे’ दुनिया भर में इमोजी की लोकप्रियता और उसके सांस्कृतिक महत्व को दर्शाता है.
क्यों मनाया जाता है 17 जुलाई को?
आपने कभी गौर किया कि 📅 कैलेंडर इमोजी में तारीख़ 17 जुलाई ही क्यों दिखाई देती है? दरअसल, एप्पल ने जब 2002 में अपना कैलेंडर इमोजी डिज़ाइन किया, तो उसमें iCal ऐप की लॉन्च डेट (17 जुलाई 2002) को दर्शाया गया। यहीं से 17 जुलाई को 'वर्ल्ड इमोजी डे' के रूप में मान्यता मिली.
कहां से हुई इमोजी की शुरुआत?
इमोजी का जन्म जापान में हुआ. 1999 में जापानी इंजीनियर शिगेटाका कुरीओ ने पहली बार मोबाइल संचार को ज़्यादा अभिव्यक्तिपूर्ण और आसान बनाने के लिए इमोजी बनाए. ये शुरुआती इमोजी बेहद साधारण और केवल 12x12 पिक्सल के थे। फिर भी उनका असर इतना व्यापक हुआ कि धीरे-धीरे पूरी दुनिया ने इसे अपना लिया.
यूनिकोड की भूमिका
2010 में इमोजी को यूनिकोड कंसोर्टियम ने आधिकारिक मान्यता दी, जिससे ये सभी डिवाइस और प्लेटफॉर्म्स पर एक समान दिखने लगे. इसके बाद से हर साल नए इमोजी जोड़े जाते हैं, जो लिंग, नस्ल, संस्कृति, भोजन, त्योहार और सामाजिक मुद्दों को दर्शाते हैं.
कितने इमोजी होते हैं आज?
2025 तक, यूनिकोड द्वारा मान्यता प्राप्त इमोजी की संख्या 3,800 से अधिक हो चुकी है. इसमें हंसता चेहरा 😂, दिल ❤️, थम्ब्स अप 👍 और रोता चेहरा 😢 सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होने वाले इमोजी में से हैं.
आज इमोजी सिर्फ़ भावनाएं व्यक्त करने का ज़रिया नहीं, बल्कि सोशल मीडिया रणनीति, मार्केटिंग और ब्रांडिंग का भी अहम हिस्सा बन चुके हैं. कई कंपनियां अपने प्रचार में इमोजी का उपयोग करती हैं, तो कई लोग इमोजी के ज़रिए ही अपने जज़्बात बयां करते हैं.
शब्दों की जगह अब इमोजी ने ले ली है. एक इमोजी हजार शब्दों के बराबर असर पैदा कर सकता है. यही वजह है कि युवाओं से लेकर बुज़ुर्गों तक, सभी वर्गों में इसका उपयोग समान रूप से बढ़ रहा है.
इस साल क्या है ख़ास?
‘वर्ल्ड इमोजी डे 2025’ के अवसर पर सोशल मीडिया पर कई नए ट्रेंड्स और चैलेंजेस देखने को मिल रहे हैं. ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म पर लोग अपनी फेवरेट इमोजी शेयर कर रहे हैं और हैशटैग #WorldEmojiDay ट्रेंड कर रहा है.
इस मौके पर यूनिकोड कंसोर्टियम की ओर से कुछ नई इमोजी की भी घोषणा की गई है, जिनमें गर्भवती पिता, खाने की नई चीज़ें और सांस्कृतिक प्रतीक शामिल हैं.
वनाएं कभी-कभी शब्दों में बयां नहीं हो पातीं, इमोजी हमारी आवाज़ बन जाते हैं. वे हमें सिर्फ़ संवाद नहीं करने देते, बल्कि उसमें रंग भरते हैं, मुस्कान लाते हैं और भावनाओं की गहराई को सहजता से प्रकट करते हैं.
तो आज ‘वर्ल्ड इमोजी डे’ पर आप भी अपनी पसंदीदा इमोजी ज़रूर इस्तेमाल करें और दूसरों के चेहरों पर मुस्कान लाएं — 😊❤️🎉