तुलसी, अदरक और शहद की चाय क्यों है ज़रूरी

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 23-10-2025
Winter health elixir: Why basil, ginger and honey tea is essential
Winter health elixir: Why basil, ginger and honey tea is essential

 

नई दिल्ली

जैसे-जैसे सर्दी का मौसम नज़दीक आता है, हवा का असर हमारे शरीर पर दिखने लगता है — कभी गले में खराश, कभी नाक बंद, तो कभी लगातार खांसी। इसके साथ ही प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगता है, जिससे सांस और फेफड़ों से जुड़ी समस्याएँ आम हो जाती हैं। लेकिन इन सारी परेशानियों का एक प्राकृतिक समाधान हमारी रसोई में ही मौजूद है — तुलसी, अदरक और शहद से बनी चाय। यह न सिर्फ शरीर को अंदर से गर्म रखती है, बल्कि फेफड़ों को प्रदूषण से बचाने और प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करने में भी मदद करती है। आइए जानते हैं, इस हर्बल चाय के तीन मुख्य घटकों के अद्भुत फायदे —

1. तुलसी: प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाए और शरीर को डिटॉक्स करे

तुलसी को आयुर्वेद में "एलिक्सिर ऑफ लाइफ" यानी जीवन का अमृत कहा गया है। इसके एडाप्टोजेनिक गुण शरीर को हर तरह के तनाव — मानसिक, शारीरिक या पर्यावरणीय — से लड़ने में मदद करते हैं। तुलसी शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालती है, फेफड़ों और श्वसन तंत्र में सूजन कम करती है, और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाती है। नियमित रूप से तुलसी वाली चाय पीने से शरीर को संक्रमण और प्रदूषण के खिलाफ प्राकृतिक सुरक्षा मिलती है।

2. अदरक: सूजन और कफ का प्राकृतिक इलाज

सर्दियों में गले की खराश या नाक की जकड़न की बात आते ही सबसे पहले याद आती है — अदरक। इसमें मौजूद जिंजेरॉल नामक तत्व में शक्तिशाली सूजन-रोधी गुण होते हैं। अदरक शरीर की सूजन कम करता है, बलगम को पतला कर के निकालने में मदद करता है और सर्दी-जुकाम से राहत दिलाता है। साथ ही, यह पाचन में सुधार करता है, जिससे शरीर को पौष्टिक तत्वों को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद मिलती है — और इस तरह यह प्रतिरक्षा शक्ति को अप्रत्यक्ष रूप से बढ़ाता है।

3. शहद: गले को सुकून और संक्रमण से सुरक्षा

शहद प्रकृति का सबसे प्यारा औषधीय टॉनिक है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो गले के संक्रमण और खांसी से राहत देते हैं। इसकी मुलायम बनावट गले की जलन और सूखेपन को तुरंत शांत करती है। साथ ही, यह तुलसी और अदरक के तीखे स्वाद को संतुलित कर चाय को स्वादिष्ट और सुखद बनाता है।

 कब और कितनी बार पीएँ

सबसे अच्छे परिणामों के लिए, तुलसी-अदरक-शहद की चाय दिन में दो बार पीना फायदेमंद है —

  • सुबह खाली पेट या नाश्ते से पहले, ताकि यह श्वसन तंत्र को साफ़ करे और शरीर को दिनभर ऊर्जा दे।

  • शाम को, प्रदूषित हवा और थकान भरे दिन के बाद शरीर को आराम और सुकून देने के लिए।

अगर आपको गले में खराश या सर्दी-जुकाम की शुरुआती तकलीफ़ महसूस हो रही है, तो सोने से पहले एक कप गर्म चाय पीने से तुरंत राहत मिलेगी और नींद भी बेहतर आएगी।

तुलसी, अदरक और शहद की यह चाय न सिर्फ एक पेय है, बल्कि बदलते मौसम में प्राकृतिक सुरक्षा कवच है — जो आपको ताज़गी, सेहत और सुकून, तीनों एक साथ देती है।