नई दिल्ली
हमारी त्वचा की असली देखभाल किसी महंगे ब्यूटी प्रोडक्ट से नहीं, बल्कि हमारी रसोई से शुरू होती है। हल्दी, दूध, आंवला का रस या हरी सब्जियां — ये सभी तत्व हमारी त्वचा को भीतर से पोषण देकर उसे स्वस्थ और दमकदार बनाते हैं। इसी श्रृंखला में एक ऐसा शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है, जिसे ग्लूटाथियोन (Glutathione) कहा जाता है — जो त्वचा के लिए किसी “मास्टर डिटॉक्स” से कम नहीं।
ग्लूटाथियोन शरीर के भीतर काम करते हुए ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाव, विषैले तत्वों को बाहर निकालने और त्वचा की प्राकृतिक चमक बनाए रखने में मदद करता है। यह प्रदूषण, धूप और जंक फूड से होने वाले नुकसान की भरपाई कर त्वचा को तरोताज़ा रखता है।
महंगे सीरम और ट्रीटमेंट की जगह अगर आप अपनी डाइट में ग्लूटाथियोन से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें, तो आपकी त्वचा भीतर से निखर सकती है। आइए जानते हैं ऐसे कुछ पौष्टिक विकल्प—
पालक ग्लूटाथियोन का एक बेहतरीन प्राकृतिक स्रोत है। इसमें मौजूद क्लोरोफिल और विटामिन बेजान त्वचा की मरम्मत करते हैं। रोज़ाना एक कटोरी पालक या पालक से बनी स्मूदी त्वचा को चमकदार बनाती है। पकाते समय इसमें थोड़ा नींबू का रस मिलाने से विटामिन C का अवशोषण बढ़ता है और ग्लूटाथियोन की मात्रा बनी रहती है।
ये दोनों ही तत्व ग्लूटाथियोन को बढ़ाने में सहायक हैं।
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन कम करता है और शरीर में ग्लूटाथियोन का उत्पादन बढ़ाता है।
लहसुन में पाए जाने वाले सल्फर यौगिक लिवर को डिटॉक्स करते हैं और ग्लूटाथियोन के संश्लेषण में मदद करते हैं।
दिन की शुरुआत हल्दी वाला दूध पीकर करें या सब्जियों में थोड़ा लहसुन मिलाएं — यह आपकी त्वचा को भीतर से शुद्ध और दमकदार बनाएगा।
पपीता को प्राकृतिक त्वचा निखारक फल कहा जाता है। यह विटामिन C, बीटा-कैरोटीन और ग्लूटाथियोन से भरपूर होता है। यह लिवर को सक्रिय रखता है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है। रोज़ सुबह खाली पेट एक कटोरी पका पपीता खाने से त्वचा की चमक बढ़ती है और झाइयों या थकान के लक्षण कम होते हैं।
संक्षेप में:अगर आप अपनी त्वचा को अंदर से ग्लोइंग बनाना चाहते हैं, तो अपनी थाली में इन प्राकृतिक तत्वों को शामिल करें — क्योंकि असली सुंदरता अंदर से शुरू होती है।