आवाज द वाॅयस/नई दिल्ली
भारत स्काउट एंड गाइड की मदद से जमीयत यूथ क्लब के युवा स्वंयसेवकों का तीसरा बैच नई दिल्ली में हज यात्रियों की सेवा में तैनात कर दिया गया.स्वयंसेवकों के हज हाउस तुर्कमान गेट पुरानी दिल्ली और हवाई अड्डे के लिए प्रस्थान से पहले भारत स्काउट और गाइड की ओर से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें उनकी अटूट प्रतिबद्धता के लिए उन्हें सम्मानित किया गया.
इस पहल को भारत स्काउट और गाइड ने राष्ट्रीय स्तर के हज सेवा शिविर का नाम दिया है. नई दिल्ली स्थित भारत स्काउट एंड गाइड के प्रधान कार्यालय में जमीयत युवा स्वयंसेवकों के तीसरे बैच का गर्मजोशी से स्वागत किया गया, जबकि पहले और दूसरे बैच को भावभीनी विदाई दी गई.
इस कार्यक्रम में जमीयत उलमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी, जमीयत यूथ क्लब के सचिव कारी अहमद अब्दुल्ला, उत्तरी क्षेत्र स्काउट और गाइड के सहायक संयुक्त निदेशक अनलेंद्र सरमा, लीडर ट्रेनर स्काउट कर्णेल सिंह सहित कई प्रमुख हस्तियां मौजूद थीं.
दिल्ली राज्य, और जमीयत उलमा-ए-हिंद के कार्यालय से मुफ्ती जाकिर कासमी ने भी कार्यक्रम में शिरकत की. आयोजन के दौरान हज यात्रियों की सेवा के लिए युवा स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित किया गया.उद्घाटन सत्र के दौरान, टीम के नए सदस्यों का परिचय कराया गया. उनकी जिम्मेदारियों के बारे में जानकारी दी गई. इस दौरान पुराने स्वंयसेवकों ने हज यात्रियों की सेवा से संबंधित अपनी यादें साझा कीं.
मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने हज समिति और भारत स्काउट एंड गाइड के सहयोग से इस वर्ष हज यात्रियों की सेवा में स्वयंसेवकों द्वारा किए गए महत्वपूर्ण प्रभाव पर प्रकाश डाला. उनके अथक प्रयासों और दयालु सेवा ने कई हजयात्रियों को प्रेरित किया.
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह तीसरा बैच हज यात्रियों के प्रस्थान सत्र के अंत तक अपनी अनुकरणीय सेवा जारी रखेगा. उन्हांेने कहा, भारत स्काउट्स और गाइड्स संगठन ने हमेशा सामुदायिक सेवा और जरूरतमंदों की मदद के महत्व पर जोर दिया है. यह पहल एकजुटता और निस्वार्थ सेवा के उनके मूल मूल्यों का एक प्रमाण है.
इस मौके पर मौलाना कासमी ने जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी का संदेश युवाओं को सुनाया. मौलाना मदनी ने अपने संदेश में हज यात्रियों की सेवा के लिए स्वयंसेवको के समर्पण की सराहना की. मौलाना मदनी ने कहा कि ये स्वयंसेवक दोहरे इनाम के हकदार हैं. एक यात्रियों के लिए उनकी सेवा के लिए और दूसरा अल्लाह के रास्ते पर चलने के लिए.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यदि युवाओं में सेवा और आत्म-पहचान की भावना विकसित हो तो किसी भी समुदाय के पास उनसे बेहतर संसाधन नहीं हो सकते.जमीयत उलमा इस ताकत को एकजुट करने और सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.
कार्यक्रम में जमीयत यूथ क्लब ने शिविर के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को एक स्वागत किट भेंट की. जमीयत यूथ क्लब के सचिव कारी अहमद अब्दुल्ला रसूल पुरी ने कहा कि यह तीसरा बैच है, जो 25 मई तक तीर्थयात्रियों की सेवा करेगा. 13 से 19 मई तक हापुड, मुजफ्फरनगर, अमरोहा और बिजनौर के 60 रोवर्स ने भाग लिया.
19 से 26 मई तक तीसरी शिफ्ट मेवात, गाजियाबाद और बिजनौर से 60 रोवर्स के साथ शुरू हुई है. उन्होंने यह भी बताया कि अपने सगे संबंधियों के बिना हज पर जाने वाली महिलाओं की सहायता के लिए 11 गाइड (लड़कियां) नियुक्त की गई हैं. इस कार्यक्रम में जमीयत यूथ क्लब के मुख्य कार्यालय से मौलाना वासिफ, मास्टर वाज अमान, मौलाना नूरुल बशर, मौलाना तालिब, मास्टर खालिद, मास्टर अमीर आलम, मास्टर आसिफ और मौलाना रफाकत भी शामिल हुए.