बिल्ली को पालतू बनाना आजकल आम बात है। ये मासूम-सी दिखने वाली जानवरें बच्चों की खास दोस्त होती हैं और अपने मुलायम शरीर और प्यारे स्वभाव के कारण हर किसी का दिल जीत लेती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी यही प्यारी बिल्ली आपको एक गंभीर बीमारी दे सकती है — केवल एक मामूली खरोंच से?
इस बीमारी को बिल्ली खरोंच रोग (Cat Scratch Disease - CSD) कहा जाता है। यह एक जूनोटिक (जानवरों से इंसानों में फैलने वाली) जीवाणु संक्रमण है, जो बिल्ली के खरोंच, काटने या लार के माध्यम से इंसानों में फैल सकता है।
कौन-सा बैक्टीरिया ज़िम्मेदार है?
इस बीमारी का कारण होता है ब्रोंचेला हेन्सेले (Bartonella henselae) नामक बैक्टीरिया, जो संक्रमित बिल्लियों के नाखूनों या दांतों से शरीर में प्रवेश करता है। अधिकतर मामलों में इसके लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन कुछ मामलों में यह बीमारी बेहद खतरनाक हो सकती है।
बिल्ली खरोंच रोग के लक्षण
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खरोंच या काटने वाले स्थान पर सूजन और लालपन
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आसपास की लिम्फ नोड्स में सूजन
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बुखार और थकान
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सिरदर्द और अपच
कभी-कभी यह संक्रमण एन्सेफैलोपैथी (Encephalopathy) जैसी गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्या का रूप भी ले सकता है। इसके लक्षण हो सकते हैं:
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मानसिक भ्रम
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तेज़ सिरदर्द
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दौरे पड़ना
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याददाश्त में कमी
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व्यवहार में अचानक बदलाव
अगर ऐसे लक्षण दिखाई दें, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।
जांच और इलाज
रक्त परीक्षण से इस रोग की पुष्टि की जाती है। सामान्य मामलों में यह बीमारी खुद-ब-खुद ठीक हो सकती है, लेकिन गंभीर लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर एंटीबायोटिक्स लिखते हैं। अगर संक्रमण तंत्रिका तंत्र तक पहुँच जाए, तो अस्पताल में भर्ती कर इलाज ज़रूरी हो जाता है।
किन लोगों को ज़्यादा सतर्क रहना चाहिए?
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छोटे बच्चे
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बुज़ुर्ग
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कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग
बचाव के उपाय
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बिल्ली या बिल्ली के बच्चे के खरोंच या काटने पर तुरंत साबुन और पानी से घाव को अच्छी तरह धोएं
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बिल्ली की नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाएं
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घर की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें
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मक्खियों या कीड़ों से घर को सुरक्षित रखें क्योंकि ये भी संक्रमण फैला सकते हैं
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बच्चों को सिखाएं कि बिल्लियों से कैसे व्यवहार करें ताकि खरोंच से बचा जा सके
अगर खरोंच लगने के बाद बुखार बना रहे, लिम्फ नोड्स सूज जाएँ, चक्कर आएँ, भ्रम की स्थिति बने या दौरे पड़ें—तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
बहुत से लोग नहीं जानते कि इतना प्यारा जानवर भी संक्रमण फैला सकता है। इसलिए ज़रूरी है कि आप जागरूक रहें और ज़रा सी लापरवाही से होने वाली गंभीर बीमारी से अपने और अपने परिवार को बचाएं।
सावधानी ही सुरक्षा है।