नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपने प्रशंसकों के साथ व्यक्तिगत जुड़ाव एक बार फिर स्पष्ट हुआ, जब उन्होंने झारखंड के देवघर की 95 वर्षीय गीता देवी को गर्मजोशी से भरा पत्र लिखा.
यह मार्मिक भाव गीता देवी के पोते द्वारा प्रधानमंत्री के प्रति अपनी अटूट प्रशंसा व्यक्त करते हुए लिखे गए कई पत्रों के बाद आया है.
गीता देवी, जो प्यार से पीएम मोदी को "भाई सा" कहती हैं, अक्सर जवाब की उम्मीद में हाथ जोड़कर उनकी तस्वीरों से बात करती हैं.
उनकी कहानी को मोदी आर्काइव्स ने एक्स पर एक वीडियो के साथ साझा किया. पोस्ट में पीएम मोदी को समाचारों में देखने की उनकी दिनचर्या और उनके नेतृत्व के प्रति उनके गहरे सम्मान का वर्णन किया गया है.
उनके पोते रमन भारद्वाज ने कहा, "मेरी दादी को विकास के बारे में जानकारी रखने में गहरी दिलचस्पी है और वह शहर में होने वाली हर नई चीज पर नज़र रखती हैं." उनके बेटे संजय भारद्वाज ने कहा, "उन्होंने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन, महाराजाओं का युग और कई प्रधानमंत्रियों के नेतृत्व को देखा है, लेकिन उनकी नज़र में कोई भी पीएम मोदी की बराबरी नहीं कर सकता."
गीता देवी ने कहा, "मोदीजी जैसा कोई नहीं है." उन्होंने विस्तार से बताया कि उन्होंने पीएम मोदी के कार्यकाल में कई हवाई अड्डे और अस्पताल बनते देखे हैं.
उन्होंने कहा, "मेरा आशीर्वाद उनके साथ है."
रमन ने बताया कि कैसे गीता देवी भावुक हो गई थीं, जब उन्होंने जुलाई 2024 में पीएम मोदी के देवघर आने का वीडियो पहली बार देखा था.
उन्होंने कहा, "वह उन्हें अपना भाई कहती हैं और उन्हें देखने का एक भी दिन नहीं छोड़ा है. उनके समर्पण ने हमें उन्हें पत्र लिखने के लिए प्रेरित किया."
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया से परिवार में अपार खुशी हुई.
अपने पत्र में उन्होंने लिखा, "श्रीमती गीता देवी जी, मेरे प्यारे देशवासियों से इस तरह के प्रशंसा भरे संदेश पाकर मुझे राष्ट्र के लिए और भी अधिक मेहनत करने की अपार ऊर्जा मिलती है. मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि 95 वर्ष की आयु में भी आप राज्य और समाज के मामलों पर अपडेट रहती हैं. मैं आपके अच्छे स्वास्थ्य और आपके परिवार के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ."
यह पत्र गीता देवी और उनके परिवार के लिए नई ऊर्जा का स्रोत रहा है.
उनकी बहू अनीता भारद्वाज ने साझा किया, "95 वर्ष की आयु में भी माँ में बहुत ऊर्जा है. मोदी जी का पत्र पढ़कर उन्हें इतनी खुशी हुई कि इसने हम सभी को और अधिक हासिल करने के लिए प्रेरित किया है, चाहे हमारी उम्र कुछ भी हो."
यह भावपूर्ण आदान-प्रदान पीएम मोदी के अपने समर्थकों के साथ गहरे संबंध और पीढ़ियों से उनके प्रति उनके सम्मान को दर्शाता है.