नई दिल्ली/इस्लामाबाद/वॉशिंगटन
भारतीय वायुसेना द्वारा मंगलवार देर रात पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में स्थित आतंकी शिविरों पर की गई मिसाइल कार्रवाई के बाद उपमहाद्वीप में सैन्य और कूटनीतिक हलचल तेज हो गई है. भारत ने हमले के कुछ ही घंटों के भीतर अमेरिका को इस ऑपरेशन की जानकारी दी, जबकि पाकिस्तान ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक बुला ली और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी.
गल्फ न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार,भारत सरकार ने कहा है कि ऑपरेशन "सिंदूर" के तहत पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों को सटीक निशाना बनाकर तबाह किया गया.
सरकार का कहना है कि यह कार्रवाई पूरी तरह केंद्रित, नियंत्रित और जवाबदेह रही. रक्षा सूत्रों के अनुसार, ये हमले हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आत्मघाती हमले के प्रतिशोध स्वरूप किए गए, जिसमें कई सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे.
अमेरिका को दी गई जानकारी
वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास ने पुष्टि की है कि भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो को तत्काल सूचित किया.
अमेरिकी प्रशासन को बताया गया कि भारत की कार्रवाई केवल आतंकवाद के विरुद्ध थी और इसका उद्देश्य नागरिकों या सैन्य प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाना नहीं था.
दूतावास ने बयान में कहा, “यह एक सटीक और नियंत्रित कार्रवाई थी, जिसकी जानकारी अमेरिका को तत्काल दी गई है.”
पाकिस्तानी प्रतिक्रिया: 'जवाब देंगे'
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के भीतर तीन स्थानों और पीओजेके में छह ठिकानों को निशाना बनाया. इन हमलों में आठ पाकिस्तानी नागरिकों की मौत हो गई,
25 घायल हुए और दो लापता बताए जा रहे हैं. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसे "कायराना हमला" बताया और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी.उन्होंने कहा, “पाकिस्तान को थोपे गए संघर्ष का जवाब देने का पूरा अधिकार है. भारत को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.”
तनाव के कारण भारत और पाकिस्तान के उत्तरी क्षेत्रों में हवाई यातायात पर भी असर पड़ा है. इंडिगो और एयर इंडिया ने श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़ और धर्मशाला जाने वाली उड़ानों के लिए एडवाइजरी जारी की है. यात्रियों से अपील की गई है कि वे उड़ान से पहले स्थिति की जांच कर लें.
उधर पाकिस्तान ने कराची सहित कई हवाई क्षेत्रों के लिए "नोटिस टू एयरमेन" (NOTAM) जारी किया, जिससे फ्लाइट रूटों में बदलाव किया गया है. इससे अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर भी असर पड़ा है.
यूएई और संयुक्त राष्ट्र का संयम की अपील
घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए संयुक्त अरब अमीरात के विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान ने दोनों देशों से संयम बरतने और सैन्य वृद्धि से बचने का आग्रह किया. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि “वार्ता ही समाधान है.”
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी गहरी चिंता जताई है और दोनों देशों से शांति की दिशा में ठोस प्रयास करने की अपील की है. उनका बयान था, “विश्व एक और भारत-पाक टकराव का जोखिम नहीं उठा सकता.”
राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक
इस्लामाबाद से मिली जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार सुबह 10 बजे (स्थानीय समय) राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की आपात बैठक बुलाई है. इस बैठक में सैन्य कमांडर, विदेश मंत्री और खुफिया एजेंसियों के प्रमुख शामिल होंगे.
पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में हमले के बाद अफरातफरी का माहौल है. स्थानीय लोगों को इलाके खाली करने के लिए कहा गया है. सुरक्षा बलों ने हमले के स्थानों की घेराबंदी कर दी है.
भविष्य की राह: कूटनीति या संघर्ष?
भारत ने अपने पक्ष को “आत्मरक्षा” बताया है, जबकि पाकिस्तान इसे “संप्रभुता पर हमला” मान रहा है. दोनों देशों की सेनाएं हाई अलर्ट पर हैं और वैश्विक समुदाय की निगाहें दक्षिण एशिया पर टिकी हैं.
भारत-पाकिस्तान संबंध एक बार फिर नाजुक मोड़ पर खड़े हैं. जहां भारत आतंकी ढांचे को समाप्त करने की नीति पर अडिग है, वहीं पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की कार्रवाई को चुनौती देने की कोशिश कर रहा है. आने वाले दिन यह तय करेंगे कि उपमहाद्वीप कूटनीति की राह अपनाता है या एक और सैन्य टकराव की ओर बढ़ता है.