लखनऊ
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में वैष्णो देवी तीर्थ मार्ग पर हुए भूस्खलन में उत्तर प्रदेश के कई श्रद्धालुओं की मौत हो गई। इस दुखद घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को घोषणा की कि राज्य के मृतक तीर्थयात्रियों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
राज्य सरकार द्वारा जारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने सभी मृतकों के परिजनों को सहायता राशि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पीड़ितों के पार्थिव शरीर जल्द से जल्द उनके पैतृक स्थानों तक पहुँचाए जाएं।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इस हादसे में उत्तर प्रदेश के कितने लोग मारे गए हैं, लेकिन कुछ की पुष्टि हो चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक मृतकों में बागपत जिले की नवविवाहिता चांदनी (23) और उनकी बड़ी बहन नीरा (36) शामिल हैं।
चांदनी के पति मयंक गोयल,
नीरा के पति अमित (40)
और उनकी बेटी विधि (10) गंभीर रूप से घायल हैं।
परिजनों ने बताया कि मयंक और चांदनी की शादी इसी साल अप्रैल में हुई थी। परिवार 25 अगस्त को मंदिर दर्शन के लिए रवाना हुआ था। वापसी के दौरान अचानक भूस्खलन हुआ और विशाल पत्थरों की चपेट में आने से यह हादसा हो गया।
मयंक के चाचा अनिल गोयल ने बताया, “हमें दुर्घटना की जानकारी अस्पताल के एक कर्मचारी से मिली जिसने मयंक के फोन से कॉल किया था। इसके बाद हम तुरंत जम्मू पहुंचे।”
गाजियाबाद निवासी नीरा की शादी मेरठ के जौहरी अमित से हुई थी। उनके ससुर अशोक ने बताया, “जब देर रात तक संपर्क नहीं हो पाया तो हमें चिंता हुई। अगली सुबह हादसे की पुष्टि हुई।”
जम्मू-कश्मीर प्रशासन के मुताबिक मंगलवार दोपहर भारी बारिश के बाद मंदिर के पास पहाड़ी का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। इस भूस्खलन में अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है और कम से कम 20 घायल हुए हैं।
घायलों का इलाज जम्मू के अस्पताल में चल रहा है, वहीं मृतकों के शव उनके गृह नगर भेजने की व्यवस्था की जा रही है।